वर्ल्ड लिवर डे : कैसे रखे लिवर को सेहतमंद ?.
शरीर स्वस्थ रहे, अपशिष्ट पदार्थ ठीक तरीके से बाहर होते रहें और रक्त शुद्ध बना रहे इसके लिए जरूरी है कि आपका लिवर ठीक तरीके से काम करता रहे। लिवर शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है, जो पाचन को ठीक रखने से लेकर ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखने तक के लिए सहायक होता है। खान – पान में हुए बदलाव से लिवर से संबंधित बीमारियों का खतरा काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है। इसलिए लिवर की बीमारियों के कारण न सिर्फ पाचन स्वास्थ्य प्रभावित होता है साथ ही शरीर में और भी कई प्रकार के नकारात्मक परिवर्तन भी दिखायी देने लगे हैं। लिवर से संबंधित रोगों के बढ़ते मामलों को लेकर लोगों को जागरूक करने और लोगो को शिक्षित करने के उद्देश्य से हर साल 19 अप्रैल को विश्व लिवर दिवस मनाया जाता है।
वर्ल्ड लिवर डे क्या है ?
वर्ल्ड लिवर डे एक वैश्विक कार्यक्रम है. जो लिवर से जुड़ी बीमारियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और लिवर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए कदम उठाने के लिए दुनिया भर में मनाया जाता है। हर साल लगभग 20 लाख लोग लिवर से जुड़ी बीमारियों के कारण मौत का शिकार हो जाते हैं। भारत में, लिवर से जुड़ी बीमारियां मौत के सबसे आम वजहों में से एक हैं। लिवर से जुड़ी बीमारियों के बारे में लोगों को जागरू करना जरूरी है।
थीम : वर्ल्ड लिवर डे 2024
वर्ल्ड लिवर डे के लिए इस वर्ष की थीम है ” सतर्क रहें, नियमित रूप से लिवर की जांच कराएं और फैटी लिवर की बीमारियों को रोकें (Be Vigilant, Get Regular Liver Check-Ups and Prevent Fatty Liver Diseases)।” इस साल की थीम नियमित स्वास्थ्य जांच के महत्व को दर्शाती है, क्योंकि यह लिवर से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को कम करने में मदद करती है।
लिवर के लिए क्या है नुकसानदायक ?
शराब से रहे दूर
एल्कोहल का सेवन लिवर की अधिकतर बीमारियों के लिए प्रमुख कारक माना जाता है। क्योंकि शराब, शरीर में ब्रेक डाउन करना शुरू कर देता है जिससे ये शरीर से बाहर निकल सके। क्योकि इस दौरान ऐसे पदार्थ बनते हैं जो शराब से भी अधिक हानिकारक होते हैं। इन पदार्थों की अधिक मात्रा लिवर कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकती है और गंभीर लिवर रोग का कारण बन सकती है। शराब के कारण होने वाले लिवर रोगों में फैटी लिवर की सूजन (अल्कोहलिक हेपेटाइटिस) और सिरोसिस जैसी समस्याएं होती हैं। लिवर बहुत लचीला अंग होता है और ये खुद को पुनर्जीवित करने में सक्षम होता है। हर बार जब आपका लिवर अल्कोहल को फिल्टर करता है, तो इससे लिवर की कोशिकाओं को क्षति पहुंचती है। वैसे तो लिवर नई कोशिकाओं का विकास कर लेता लेकिन अक्सर या लंबे समय तक शराब पीने से इसकी कोशिकाओं की पुन: उत्पन्न करने की क्षमता प्रभावित होने लगती है इसके परिणामस्वरूप आपके लिवर को गंभीर हो सकती है।
लिवर में फैट जमने की समस्या
कम उम्र के लोगों में यह समस्या अधिकतर देखी जा रही है। वैसे तो इसका खतरा उन लोगों में भी होता है जो शराब नहीं पीते हैं हालांकि अधिक शराब के सेवन को इसका प्रमुख कारण माना जाता है। सिरोसिस के मामले आमतौर पर लंबे समय तक शराब अधिक सेवन से जुड़े माने जाते हैं। शराब न पीने वाले लोगों में लिवर से संबंधित बीमारियों का खतरा कम होता है। इसके अलावा लिवर को स्वस्थ रखने के लिए आहार को ठीक रखना, हरी सब्जियों-फलों का सेवन अधिक करने को जरूरी माना जाता है। शराब से दूरी बनाकर आप शरीर के इस सबसे महत्वपूर्ण अंग की सेहत को ठीक रख सकते हैं।
लिवर के बेहतर स्वास्थ्य के लिए क्या करे ?
लिवर से जुड़े जोखिमों को कम करने के व बेहतर स्वास्थ्य के लिए लिए कुछ असरदार उपायों को अपना सकते हैं.
- संतुलित आहार लें, भोजन में सभी आवश्यक पोषक तत्व शामिल करें।
- भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिए, साथ ही तरल पदार्थो का सेवन भी करना चाहिए ।
- जंक फूड और तैलीय उत्पादों का सेवन कम करें। इससे वजन बढ़ने की समस्या होने लगती है जो फैटी लिवर जैसी समस्याओं का एक प्रमुख कारण है.
- शराब और स्मोकिंग को ना कहें। दुनिया भर में लगभग 200 करोड़ लोग नियमित रूप से शराब का सेवन करते हैं, जिनमें से लगभग 10 करोड़ लोगों को लिवर कैंसर और लिवर से संबंधित अन्य समस्याओं से प्रभावित होने का खतरा अधिक होता है।
- रोजाना कम से कम 15-20 मिनट तक व्यायाम करें। क्योंकि यह पूरी बॉडी के साथ-साथ लिवर को भी स्वस्थ रखने में मदद करेगा।
- योग को करें दिनचर्या में शामिल करे, साथ ही साइकिल चलाएं और या मनोरंजक गतिविधियों में भी शामिल हो सकते हैं।
- अपने सभी टीकाकरण और दवाएं भी समय पर लेनी चाहिए। इसके अलावा नियमित तौर पर सेहत की जांच करानी चाहिए।