वर्ल्ड ऑफ स्टेटिस्टिक्स की सूची में भारत टॉप 2 पर, एयरक्राफ्ट के ऑर्डर में अमेरिका को भी छोड़ा पीछे…
नई दिल्ली। दुनिया में सबसे अधिक वैल्यूएशन वाली कंपनियों की बात हो या सबसे इनोवेटिव कंपनियों की बात हो, तो अमेरिका टॉप पर बना रहता है। क्योंकि दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से अधिकतर अमेरिका की हैं। लेकिन वर्ल्ड ऑफ स्टेटिस्टिक्स ने एक ऐसी लिस्ट जारी की है, जिसमें पहले और दूसरे स्थान पर भारत की कंपनियां हैं। यह लिस्ट साल 2023 में सबसे ज्यादा कमर्शियल एयरक्राफ्ट ऑर्डर करने वाली कंपनियों की है। साल 2023 में भारतीय एयरलाइन्स ने बड़ी संख्या में कमर्शियल एयरक्राफ्ट के ऑर्डर दिये थे। साल 2023 में दुनिया में सबसे अधिक कमर्शियल एयरक्राफ्ट्स का ऑर्डर इंडिगो ने दिया था। इसने 500 एयरक्राफ्ट्स का ऑर्डर दिया था। 470 एयरक्राफ्ट्स के साथ एयर इंडिया दूसरे स्थान पर रही।
सबसे ज्यादा कमर्शियल एयरक्राफ्ट इंडिगो ने ऑर्डर किये
साल 2023 में दुनिया में सबसे ज्यादा कमर्शियल एयरक्राफ्ट के ऑर्डर इंडिगो द्वारा दिये गए थे। गुरुग्राम मुख्यालय वाली इस एयरलाइन ने 500 कमर्शियल एयरक्राफ्ट्स का ऑर्डर दिया था। इसके बाद इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर भी भारतीय एयरलाइन ही रही। टाटा ग्रुप के स्वामित्व वाली एयर इंडिया ने साल 2023 में 470 कमर्शियल एयरक्राफ्ट्स का ऑर्डर दिया था।
तीसरे स्थान पर रही US की साउथवेस्ट एयरलाइन्स
अमेरिका की साउथवेस्ट एयरलाइन्स इस लिस्ट में तीसरे स्थान पर रही। इसने 156 एयरक्राफ्ट्स का ऑर्डर दिया था। इस तरह यह ऑर्डर इंडिगो और एयर इंडिया द्वारा दिये गए ऑर्डर की तुलना में काफी छोटा है। चौथे स्थान पर दुबई की अमीरात रही, जिसने 156 कमर्शियल एयरक्राफ्ट्स का ऑर्डर दिया था। पांचवें स्थान पर 150 एयरक्राफ्ट्स के साथ आयरलैंड की Ryanair रही, जिसने 150 एयरक्राफ्ट्स का ऑर्डर दिया था।
आठवें स्थान पर कतर एयरवेज
लिस्ट में छठे स्थान पर अमेरिका की यूनाइटेड एयरलाइन्स रही, जिसने 2023 में 110 कमर्शियल एयरक्राफ्ट्स का ऑर्डर दिया था। सातवें स्थान पर हंगरी की Wizz Air रही, जिसने 75 एयरक्राफ्ट्स का ऑर्डर दिया था। आठवें स्थान पर 73 एयरक्राफ्ट्स के ऑर्डर के साथ कतर एयरवेज रही। इसके बाद नौवें पर सन एक्सप्रेस (45), दसवें पर Avolon रही।
भारत के आसमान में बढ़ते कदम से आसमान में भी भारत की ताकत को दर्शाता है। दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में टॉप पर रहने वाला अमेरिका से भी आगे निकला भारत ।