छत्तीसगढ़ में 10वीं और 12वीं के छात्रों को अब दो बार देनी होगी बोर्ड की परीक्षा…
रायपुर। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकता है। दरअसल अब माध्यमिक शिक्षा मंडल जो है पूरक की परीक्षा नहीं लेगा। माध्यमिक शिक्षा मंडल की तरफ से प्रेस नोट में जानकारी दी गयी है कि एक सत्र में अब दो परीक्षा का आयोजन किया जायेगा। इसे लेकर 31 मई को राजपत्र में प्रकाशित किया गया है। इसके राजपत्र को माध्यमिक शिक्षा मंडल की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है। यह व्यवस्था पूरक पात्र विद्यार्थियों के लिए एक और मौका हो जायेगा बेहतर प्रदर्शन करने का। इस मामले में माशिम की तरफ से दावा आपत्ति मांगे गये हैं।
छात्रों को दो बार देनी होगी बोर्ड परीक्षा
बता दें कि नई शिक्षा नीति के तहत द्वितीय अवसर परीक्षा या सिस्टम इसी सत्र से लागू किया जा रहा है। इस निर्देश के बाद अब अलग-अलग विषयों में पूरक आये परीक्षार्थियों के अलावे वार्षिक परीक्षा में परिणाम से असंतुष्ट छात्र – छात्राएं शामिल हो सकेंगे। पहले से ही इस बार की अटकलें लग रही थी कि इस बार से माध्यमिक शिक्षा मंडल पूरक परीक्षा का आयोजन नहीं करेगा। बल्कि उसके स्थान पर एक सत्र में दो परीक्षा आयोजित की जायेगी। जिसमें हर स्तर के अभ्यर्थी शामिल हो सकेंगे।
दूसरी परीक्षा में नहीं बैठने के लिए पहली परीक्षा के लिए आवेदन जरूरी
छ्त्तीसगढ़ परीक्षा बोर्ड के मुताबिक 10वीं और 12वीं बोर्ड के छात्रों को बदले नियम के मुताबिक साल में दो बार परीक्षा में बैठना है। प्रथम और द्वितीय बोर्ड परीक्षा के बीच में सिर्फ तीन महीने का अंतराल रखा गया है। फरवरी-मार्च के बीच होने वाली परीक्षा को प्रथम मुख्य बोर्ड परीक्षा और जून के तीसरे सप्ताह में होने वाली परीक्षा को द्वितीय मुख्य परीक्षा नाम दिया है। इस बदले हुए नियम के मुताबिक 10वीं और 12वीं बोर्ड के छात्रों को फरवरी-मार्च में प्रथम मुख्य परीक्षा के बाद जून के तीसरे सप्ताह के बाद द्वितीय मुख्य परीक्षा में शामिल होना जरूरी है। छात्रों कों दूसरी मुख्य परीक्षा में बैठने के लिए प्रथम मुख्य परीक्षा में आवेदन करना होगा।