September 17, 2024

स्टॉप डायरिया कार्यक्रम के तहत डायरिया के रोकथाम हेतु अभियान…

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कोंडागांव। बच्चों में दस्त के रोकथाम के लिए स्टॉप डायरिया कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। कलेक्टर कुणाल दुदावत ने जिला कार्यालय के प्रथम तल स्थित सभाकक्ष में इस कार्यक्रम की समीक्षा की। बच्चों में दस्त की समस्या से निपटने और शून्य बाल मृत्यु दर के लिए प्रयास करने के लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग ने अपने लंबे समय से चल रहे गहन दस्त नियंत्रण पखवाड़े को स्टॉप डायरिया अभियान के रूप में संचालित किया जा रहा है। 2014 में शुरू हुई यह पहल रोकथाम, सुरक्षा और उपचार रणनीति को बढ़ाने और ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन और जिंक के उपयोग को बढ़ाने पर केंद्रित है। अभियान का 2024 का नारा, डायरिया की रोकथाम, सफाई और ओआरएस से रखें अपना ध्यान रोकथाम, स्वच्छता और उचित उपचार के महत्व पर प्रकाश डालता है।

व्यापक देखभाल और रोकथाम सुनिश्चित करेगा

स्टॉप डायरिया अभियान दो चरणों में लागू किया जाएगा। 14 से 30 जून 2024 तक प्रारंभिक चरण और 1 जुलाई से 31 अगस्त 2024 तक अभियान चरण। इस अवधि के दौरान प्रमुख गतिविधियों में आशा कार्यकर्ताओं द्वारा पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों वाले घरों में ओआरएस और जिंक सह-पैकेजों का वितरण, स्वास्थ्य सुविधाओं और आंगनवाड़ी केंद्रों पर ओआरएस-जिंक कॉर्नर स्थापित करना और प्रभावी डायरिया प्रबंधन के लिए वकालत और जागरूकता प्रयासों को तेज करना शामिल है। इसके अतिरिक्त, अभियान व्यापक देखभाल और रोकथाम सुनिश्चित करने के लिए डायरिया मामले के प्रबंधन के लिए सेवा प्रावधान को मजबूत करेगा।


समग्र दृष्टिकोण तैयार करना और समग्र सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार अभियान

डायरिया रोको अभियान के तहत स्वास्थ्य अवसंरचना को सुदृढ़ बनाना, स्वास्थ्य सुविधाओं का उचित रखरखाव और उपयोग तथा आवश्यक चिकित्सा आपूर्तियों (ओआरएस, जिंक) की उपलब्धता सुनिश्चित करना शामिल है। स्वच्छ जल और स्वच्छता तक पहुंच में सुधार, सुरक्षित पेयजल और बेहतर स्वच्छता प्रदान करने के लिए कठोर गुणवत्ता नियंत्रण उपायों और टिकाऊ प्रथाओं को लागू करना भी शामिल है। इसके माध्यम से पोषण कार्यक्रमों को बढ़ाना, बेहतर पोषण पहल के माध्यम से कुपोषण, जो दस्त संबंधी बीमारियों का प्रमुख कारण है का समाधान करना है। स्वच्छता शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए स्कूलों को आवश्यक सुविधाओं से सुसज्जित करना तथा व्यापक स्वच्छता शिक्षा कार्यक्रमों के माध्यम से बच्चों में स्वस्थ आदतों को बढ़ावा देना भी इस अभियान का अंग है।

इन फोकस क्षेत्रों का उद्देश्य दस्त के प्रबंधन और रोकथाम के लिए एक समग्र दृष्टिकोण तैयार करना है, जिससे अंततः बाल मृत्यु दर में कमी आए और समग्र सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार हो।स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय पेयजल एवं स्वच्छता, महिला एवं बाल विकास, स्कूली शिक्षा, ग्रामीण विकास और शहरी विकास जैसे विभिन्न विभागों के साथ मिलकर काम कर रहा है। यह बहु-क्षेत्रीय दृष्टिकोण स्टॉप डायरिया अभियान के बेहतर अभिसरण और कार्यान्वयन को सुनिश्चित करता है, जिसका उद्देश्य बाल मृत्यु दर को कम करने और सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए एक व्यापक और प्रभावशाली कार्यक्रम बनाना है।

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