Archery World Cup : 14 साल के इन्तजार के बाद भारतीय पुरुष टीम ने तीरंदाजी में जीता गोल्ड मेडल…
शंघाई । तीरंदाजी विश्व कप का मुकाबला चीन के शंघाई में आयोजित किया गया । जिसके लिए भारत ने 23 से 28 अप्रैल के बीच होने वाले विश्व कप के पहले चरण के लिए आठ पुरुष और आठ महिलाओं की सोलह सदस्यीय तीरंदाजी टीम को भेजा। बता दें कि भारत का यह पांचवां स्वर्ण पदक है। इसके पहले शनिवार को भारतीय कंपाउंड तीरंदाजों ने टीम स्पर्धाओं में पुरुष महिला और मिक्स्ड टीम में स्वर्ण पदक जीते थे। साथ ही एशियाई खेलों की चैंपियन ज्योति सुरेखा वेन्नम ने महिलाओं के कंपाउंड व्यक्तिगत वर्ग में चौथा स्वर्ण पदक जीता था। दीपिका कुमार ने सिल्वर मेडल जीता।
दक्षिण कोरिया को मात देकर जीता गोल्ड
भारतीय पुरुष रिकर्व टीम के धीरज बोम्मदेवरा, तरुणदीप राय और प्रवीण जाधव ने वर्तमान ओलंपिक चैंपियन दक्षिण कोरिया को पछाड़ते हुए। जो कि 14 वर्ष के बाद ऐतिहासिक जीत प्राप्त की। स्पर्धा की शीर्ष दो वरीयता प्राप्त टीमों के मुकाबले में भारत ने 5-1 (57-57, 57-55, 55-53) से जीत हासिल की। वर्तमान विश्व कप में भारत का यह पांचवां स्वर्ण पदक है। इससे पहले शनिवार को भारतीय कंपाउंड तीरंदाजों ने टीम स्पर्धाओं में पुरुष, महिला और मिक्स्ड टीम में स्वर्ण पदक जीते थे।
रिकर्व मिक्स्ड टीम ने भी कांस्य पदक जीता
अंकिता भकत और धीरज ने भी रविवार को रिकर्व मिक्स्ड टीम ने भी कांस्य पदक जीता। जिसमें भारतीय जोड़ी ने मेक्सिको की एलेजांद्रा वेलेंशिया और मटियास ग्रांडे की जोड़ी को 6-0 (35-31, 38-35, 39-37) से हराया। वहीं, मां बनने के बाद खेल से दूर रहीं अनुभवी दीपिका कुमारी को महिला रिकर्व व्यक्तिगत वर्ग के फाइनल में रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
विश्व कप में भारत का यह पांचवां स्वर्ण पदक
धीरज, तरुणदीप और प्रवीण की तिकड़ी ने शानदार धैर्य दिखाते हुए एक भी सेट गंवाए बिना बेहद मजबूत कोरिया के खिलाड़ियों के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक पर अपना कब्ज़ा जमा लिया। सेना के 40 साल के तरुणदीप अगस्त 2010 में शंघाई विश्व कप के चौथे चरण में स्वर्ण पदक जीतने वाली टीम का भी हिस्सा थे। जिसके बाद राहुल बनर्जी, तरुणदीप और जयंत की रिकर्व टीम ने जापान को हराया था। स्पर्धा की शीर्ष दो वरीयता प्राप्त टीमों के मुकाबले में भारत ने 5-1 (57-57, 57-55, 55-53) से जीत हासिल की।
विश्व कप में मौजूदा टीम ने भारत को पांचवां स्वर्ण पदक दिलाया है। भारतीय तिकड़ी ने धैर्यपूर्ण प्रदर्शन किया और शुरुआती सेट में तीन बार 10 अंक वाले निशाने के साथ कोरिया की बराबरी कर ली।भारत के शानदार खेल से कोरिया की टीम दबाव में आ गई और उसके तीरंदाजों ने दो बार आठ अंक वाले निशाने लगाए। इसके उलट भारतीयों ने छह तीरों से तीन एक्स सहित 10 अंक वाले चार निशाने लगाए और दूसरा सेट 57-55 से जीत कर 3-1 की बढ़त ले ली। तीसरे सेट में कोरिया के प्रदर्शन में और गिरावट आई और टीम सिर्फ 53 अंक ही बना सकी। भारतीय तीरंदाजों ने धैर्यपूर्ण खेल के साथ 55 अंक बनाए और 2010 के बाद पहली बार पुरुष वर्ग का टीम खिताब जीता।
पांच स्वर्ण सहित कुल आठ पदक भारत के पास
भारत ने इस वैश्विक आयोजन में कुल आठ पदक जीते। जिसमें पांच स्वर्ण, दो रजत और एक कांस्य भारत ने अपने नाम किया। पुरुष टीम के फाइनल में भारत का मुकाबला उस कोरियाई टीम से था जिसके दो खिलाड़ी टोक्यो ओलंपिक की स्वर्ण पदक विजेता टीम के सदस्य थे। कोरियाई टीम में स्वर्ण पदक विजेता किम वूजिन और किम जे डेओक के अलावा ली वू सियोक तीसरे सदस्य थे। यह विश्व कप के अंतिम मुकाबले में भारतीय पुरुष रिकर्व टीम की पहली जीत है और इससे आगामी पेरिस ओलंपिक में जगह पक्की करने की उनकी संभावनाओं को बल मिलेगा।
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महिला कंपाउंड की तिकड़ी ने इटली को दी मात
ज्योति सुरेखा वेन्नम, अदिति स्वामी व परनीत कौर की तिकड़ी ने महिला कंपाउंड टीम स्पर्धा ने इटली को 236. 225 से हराया । तीनो के शानदार प्रदर्शन ने 24 तीरों में सिर्फ 4 अंक गंवाए जिसके साथ छठी वरीयता प्राप्त कर ली। इसी के साथ इटली को हराकर स्वर्ण पदक पर कब्ज़ा जमा लिया।