December 8, 2024

केदारनाथ धाम में 30 हजार श्रद्धालुओं ने दर्शन कर बनाया रिकॉर्ड…

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देहरादून।  केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुल गये है। इसी के साथ चारधाम की यात्रा का आगाज हो गया। शुरू के ही दिन में हजारों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालु पंहुचे । तीनों धाम के कपाट विधि विधान के साथ खोलते ही  जयकारों के साथ गूंज उठी। पहले दिन में ही करीब 45 हजार श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। केदारनाथ धाम में 30 हजार श्रद्धालुओं ने दर्शन कर नया रिकॉर्ड बनाया है। केदारनाथ धाम के कपाट सुबह सात बजे खुले। हजारों श्रद्धालु कपाट खुलने के गवाह बने। इस दौरान धाम में हेलिकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई।

गंगोत्री धाम में 12 हजार व यमुनोत्री धाम में 2500 श्रद्धालु पंहुचे

बाबा केदार के जयकारों और सेना की ग्रेनेडियर रेजीमेंट की बैंड धुनों से पूरा माहौल भक्तिमय हो गया। सुबह चार बजे से मंदिर परिसर तथा दर्शन पंक्ति में यात्रियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय, मंदिर के रावल भीमांशंकर लिंग, मुख्यकार्याधिकारी योगेंद्र सिंह, पुजारी, धर्माचार्य, वेदपाठी की अगुवाई में कपाट खोलने की प्रक्रिया शुरू की गई। सुबह सात बजे कपाट खोले गए। मां यमुना की डोली धाम में पहुंचने के बाद सुबह 10.29 बजे यमुनोत्री धाम के कपाट खोले गए। जबकि गंगोत्री धाम के कपाट 12.25 बजे विधि विधान से खुले। गंगोत्री धाम में पहले दिन 12 हजार से अधिक और यमुनोत्री धाम में 2500 श्रद्धालुओ ने दर्शन किये।


तृतीय केदार तुंगनाथ के पट भी खोले गये

पंचकेदारों में प्रतिष्ठित तृतीय केदार तुंगनाथ मंदिर के कपाट मंत्रोचारण के साथ खोले गए। इस मौके पर तुंगनाथ मंदिर को भव्य रूप से फूलों से सजाया गया। कपाट खुलते समय ढाई हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। तुंगनाथ की उत्सव डोली चोपता से चल कर 10 बजे मंदिर पहुंची। 12 बजे मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिए गए।

केदारनाथ धाम के पट खुलने के साथ ही चारधाम की यात्रा प्रारंभ हो गई। उत्तराखंड के उच्च गढ़वाल क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धामों के कपाट शीतकाल के दौरान छह महीने तक बंद रहने के बाद आज अक्षय तृतीया के पर्व पर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए।

12 ज्‍योर्तिर्लिंगों में से है एक

हर वर्ष केदारनाथ के दर्शन के लिए लाखों की संख्‍या में भक्‍त आते हैं। उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ मंदिर की खास बात ये है कि यह 12 ज्‍योर्तिर्लिंगों में से एक माना जाता है। इसके कपाट साल के 6 माह खुला रहता है और 6 महीने के लिए बंद रहता है। बाबा केदारनाथ 6 महीने ऊखीमठ में प्रवास करते हैं। पिछली बार की तरह इस बार किसी भी धाम के लिए यात्रियों की संख्या सीमित करने का प्रावधान नहीं है। लेकिन जो भी श्रद्धालु चारधाम यात्रा करना चाहता है। उसे इसके लिए रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। मंदिर समिति के अनुसार चारधाम के नाम से प्रसिद्ध धामों में शामिल एक अन्य धाम बदरीनाथ के कपाट 12 मई को सुबह छह बजे खुलेंगे। इस दौरान मंदिर को 20 क्विंटल फूलों से भव्य रूप में सजाया गया।

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