NEET Preparation : नीट की तैयारी के लिए सरगुजा कलेक्टर ने कोटा से मंगवाए 30 साल के पेपर्स व स्टडी मटेरियल…
सरगुजा। पढ़ाई के प्रति लगन और प्रवेश परीक्षा के लिए तैयारी करने वाले छात्रों के भविष्य को लेकर सरगुजा के कलेक्टर ने आदिवासी व गरीबों के लिए कोटा से 30 साल के पेपर्स व स्टडी मटेरियल मंगवाए है। साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी अशोक सिंह ने बताया कि कलेक्टर सरगुजा विलास भास्कर स्वयं नीट कोचिंग का फीडबैक प्रतिदिन लेते हैं। यही नहीं वह सुबह के समय बच्चों के क्लास में भी आते हैं और उन्हें परीक्षा देने के संबंध में टिप्स देते हैं। ताकि प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को नीट परीक्षा की तैयारी कराने के लिए जिला प्रशासन द्वारा नि:शुल्क कोचिंग कक्षा का संचालन कराया जा रहा है। इसके लिए कलेक्टर सरगुजा के विशेष प्रयास माना जा रहा है। छात्र-छात्राओं को बेहतर कोचिंग मिल सके इसके लिए जिले के विभिन्न विषयों के विशेषज्ञ शिक्षकों को इसका जिम्मा सौंपा गया है।
कैसे होती है तैयारियां ?
बता दें कि अन्य प्रशासनिक अधिकारी, स्थानीय शासकीय मेडिकल कॉलेज के नवनियुक्त रीडर्स एवं प्रोफेसर, पूर्व मेडिकल छात्रों के द्वारा तैयारी कर रहे बच्चों का मोटिवेशनल क्लासेस लेते हैं। जिससे कि छात्रों को परीक्षा के समय होने वाले नेगेटिव सोच से बचाया जा सके। सरगुजा कलेक्टर के मार्गदर्शन में जिला स्तरीय आवासीय नि:शुल्क नीट कोचिंग का संचालन शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पुलिस लाइन अंबिकापुर में कराया जा रहा है। कक्षा 28 मार्च से प्रारंभ हो गयी है जिसका संचालन निरंतर 38 दिवस तक होगा। जिसमे अभी तक 164 बच्चे पंजीकृत हैं। प्रतिदिन इनमें भौतिक, रसायन, वनस्पति एवं जंतु विज्ञान की एक-एक घंटे के लिए कक्षा संचालित हो रही है।
यातायात की सुविधा भी दी गयी है
छात्र-छात्राओं की सुविधा के लिए नि:शुल्क आवासीय व्यवस्था के साथ ही छात्रावास से पुलिस लाइन विद्यालय तक आने-जाने के लिए बस की व्यवस्था भी करवाई गयी है। बच्चों के अभ्यास के लिए बेहतर अध्ययन सामग्री और किताबें नि:शुल्क उपलब्ध कराई गई है। समय-समय पर कलेक्टर सरगुजा स्वयं बच्चों से मुलाकात कर उन्हें प्रोत्साहित करते हैं, बच्चों के प्रश्न पूछ कर सही उत्तर देने पर उन्हें पुरस्कृत किया जाता है। ताकि बच्चे मोटीवेट होते रहे और मन लगाकर पढ़ाई करते रहें ।
कलेक्टर स्वयं ले रहे नीट कोचिंग का फीडबैक
सरगुजा के कलेक्टर विलास भास्कर स्वयं नीट कोचिंग का फीडबैक प्रतिदिन लेते हैं। यही नहीं वह सुबह के समय बच्चों के क्लास में भी आते हैं और उन्हें परीक्षा देने के संबंध में टिप्स देते हैं। उन्होंने बताया कि नीट कोचिंग में उन शिक्षकों के द्वारा छात्रों को पढ़ाया जा रहा है जिनकी स्वयं की इच्छा है। साथ ही बताया कि यह पहला प्रयास है आने वाले दिनों में और बेहतर प्रयास करने की कार्य योजना भी बनाई जा रही है ताकि सरगुजा के ट्राइबल क्षेत्र से छात्र नीट का परीक्षा देकर आगे बढ़ सके।