शासकीय स्वामी आत्मानन्द स्नातकोत्तर महाविद्यालय में होगा नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी ऑफ इंडिया क्लब का गठन…
नारायणपुर। शासकीय स्वामी आत्मानन्द स्नातकोत्तर महाविद्यालय कुम्हारपारा नारायणपुर में नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी ऑफ इंडिया क्लब का गठन प्राचार्य डॉ. एस.आर.कुंजाम के संरक्षण में किया जाएगा। इस डिजिटल लाइब्रेरी क्लब के बारे में बताते हुए प्राचार्य ने कहा कि यह पोर्टल आईआईटी खड़गपुर और शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा नेशनल मिशन ऑन एजुकेशन थ्रू टेक्नोलॉजी एनहांसमेंट लर्निंग को ध्यान में रखते हुए टेक्नोलॉजी के माध्यम से पुस्तके और अन्य अध्ययन सामग्री प्राप्त करने के उद्देश्य से किया गया है।
डिजिटल लाइब्रेरी में होंगे प्राइमरी से लेकर पोस्ट ग्रेजुएशन तक की पुस्तकें
इस डिजिटल लाइब्रेरी के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए महाविद्यालय के पुस्तकालयाध्यक्ष और एन.डी.एल.आई. क्लब के अध्यक्ष संजय कुमार पटेल ने बताया कि इस डिजिटल लाइब्रेरी के माध्यम से प्राइमरी से लेकर पोस्ट ग्रेजुएशन तक कि पुस्तकें प्राप्त की जा सकती है। इस डिजिटल लाइब्रेरी में आर्ट्स, हयूमैनिटिज़, सोशल साइंसेज, एग्रीकल्चर, टेक्नोलॉजी, लॉ, लाइफ साइंसेज, लैंग्वेजेज (हिंदी, इंग्लिश) इतिहास इत्यादि की पुस्तकें डिजिटल एवं इलेक्ट्रॉनिक रूप में प्राप्त की जा सकती है। इस डिजिटल लाइब्रेरी में स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, अनुसंधान, कैरियर डेवलपमेंट्स, सांस्कृतिक एवं न्यूज़पेपर के आर्काइव भी प्राप्त किये जा सकते है।
विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के पुराने प्रश्न पत्र भी प्राप्त कर सकते है
इस क्लब के सचिव डॉ. सुमित श्रीवास्तव सहायक प्राध्यापक रसायनशास्त्र ने बताया कि इस डिजिटल लाइब्रेरी के माध्यम से छात्र-छात्राएं डिजिटल अध्ययन संसाधनों को कही से भी 24 घण्टे प्राप्त कर सकते है। इसमें विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे संघ लोक सेवा आयोग, रेलवे, बैंकिंग इत्यादि के पुराने प्रश्न पत्र भी देखे जा सकते है साथ ही गेट, मेडिकल इंजिनीरिंग इत्यादि प्रवेश परीक्षाओं के पेपर भी प्राप्त कर सकते है।
इस क्लब के कार्यकारिणी सदस्य संदीप कुमार पटेल, सहायक प्राध्यापक कंप्यूटर साइंस ने बताया कि प्रौद्योगिकी का प्रयोग लगभग हर क्षेत्र में किया जा रहा है। शिक्षा के क्षेत्र में विद्यार्थियों के लिए यह बहुत ही आवश्यक है कि वे इस तरह के लर्निंग प्लेटफॉर्म से जुड़े और डिजिटल पुस्तको का प्रयोग अपने अध्ययन हेतु अवश्य करे। उन्होंने यह भी बताया के देश का कोई भी नागरिक व्यतिगत रूप से भी नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी ऑफ इंडिया का सदस्य बन सकता है चाहे वह किसी भी ऐज ग्रुप का हो।