दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति बने मेटा प्लेटफार्म के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग…
नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर चर्चित प्लेटफार्म फेसबुक को चलाने वाली मेटा के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग नेट वर्थ के मामले में एलन मस्क को पीछे छोड़ते हुए आगे निकल गए । इसी के ही साथ मार्क जुकरबर्ग दुनिया के तीसरे अमीर व्यक्ति की लिस्ट में शामिल हो गये है। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर इंडेक्स ने दुनिया के अमीरों की लिस्ट जारी की है। साथ ही नई सूची के अनुसार अब एलन मस्क दुनिया के अमीर व्यक्ति के लिस्ट में चौथे नंबर पर आ गये हैं।
मार्क जुकरबर्ग की नेट वर्थ कितनी है ?
ब्लूमबर्ग बिलियनेयर इंडेक्स के अनुसार मार्क जुकरबर्ग की कुल संपत्ति 187 अरब डॉलर हो गई है। वहीं एलन मस्क की नेटवर्थ 181 अरब डॉलर हो गई है। यह दुनिया के चौथे अमीर व्यक्ति है। मेटा के तिमाही नतीजे उम्मीद से काफी अच्छे थे। वहीं कंपनी ने एआई को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। एआई के शुरू होने से कंपनी की करीब 49 फीसदी की वृद्धि हुई है। इसके अलावा S&P 500 इंडेक्स में कंपनी के शेयर की परफॉर्मेंस काफी अच्छी है। देश में सबसे बड़ा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म मेटा है। मेटा के शेयर में तेजी के बाद कंपनी के मालिक मार्क जुकरबर्ग की नेट वर्थ में भी बढ़ोतरी हुई है। वर्ष 2020 में भी मार्क जुकरबर्ग की संपत्ति एलन मस्क से ज्यादा थी।
23 साल की उम्र में बना दुनिया के सबसे युवा बिलिनेयर
इस लिस्ट में ब्लूमबर्ग बिलियनेयर इंडेक्स में मार्क जुकरबर्ग से आगे फ्रांस के बर्नार्ड अरनॉल्ट और ऐमजॉन के जेफ बेजोस रह गए हैं। इस साल जुकरबर्ग की नेटवर्थ में सबसे ज्यादा 58.9 अरब डॉलर की तेजी आई है और यह 187 अरब डॉलर पहुंच गई है। जुकरबर्ग 16 नवंबर 2020 के बाद पहली बार दुनिया के अमीरों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर पहुंचे हैं। इस साल मेटा के शेयरों में 49% तेजी आई है। जुकरबर्ग ने खेलने-कूदने की उम्र में ही उन्होंने कंपनी बना दी और 23 साल की उम्र में दुनिया के सबसे युवा बिलिनेयर बनने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया था।
जुकरबर्ग की शुरुवात
मार्क जुकरबर्ग का जन्म 14 मई 1984 में न्यूयॉर्क के वाइट प्लेन्स में हुआ था। जिसने साल 2004 में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के हॉस्टल रूम में अपने तीन दोस्तों के साथ मिलकर फेसबुक की स्थापना की थी जो आज दुनिया की सबसे बड़ी सोशल नेटवर्क साइट है। साल 2004 में ही जुकरबर्ग ने वेंचर कैपिटेलिस्ट पीटर थियेल से 5,00,000 डॉलर का एंजल इनवेस्टमेंट हासिल किया।जो कि साल 2005 में आधिकारिक रूप से अपनी कंपनी का नाम फेसबुक रखा। उसी साल याहू ने कंपनी को एक अरब डॉलर में खरीदने की पेशकश की थी लेकिन इस ऑफर को जुकरबर्ग ने ठुकरा दिया था। साल 2007 में 23 साल की उम्र में जुकरबर्ग दुनिया में सबसे कम उम्र के बिलिनेयर बन गए थे।
2012 में हुई थी लिस्टिंग
साल 2012 कंपनी के लिए खास रहा। उसी साल फेसबुक ने डिजिटल फोटो कंपनी इंस्टाग्राम का एक अरब डॉलर में अधिग्रहण किया। उसी साल मई में फेसबुक को पब्लिक कराया जो उस समय सबसे बड़ा टेक आईपीओ था। उसी साल फेसबुक के यूजर्स की संख्या एक अरब के पार पहुंच गई। इसके बाद तो पीछे मुड़कर नहीं देखा और अमीरों की लिस्ट में लगातार ऊपर चढ़ते गए। साल 2014 में फेसबुक ने सबसे बड़ी खरीदारी की। उसने मैसेजिंग ऐप वॉट्सऐप को 19 अरब डॉलर की भारी-भरकम रकम देकर खरीदा। यह फेसबुक का अब तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण था। यह गूगल, माइक्रोसॉफ्ट या ऐपल की किसी भी डील से बड़ी थी। दोनों कंपनियों के बीच दो साल से इसके लिए बातचीत चल रही थी।
2021 में फेसबुक का नाम बदलकर मेटा रखा गया
अक्टूबर 2021 में फेसबुक का नाम बदलकर मेटा प्लेटफॉर्म हो गया। इसमें तीन कंपनियां फेसबुक, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप शामिल हैं। साल 2022 में कंपनी का रेवेन्यू 117 अरब डॉलर रहा और इसके मंथली यूजर्स 3.7 अरब थे। जुकरबर्ग की मेटा प्लेटफॉर्म्स में करीब 13 फीसदी हिस्सेदारी है। मेटा प्लेटफॉर्म्स आज 1.344 ट्रिलियन डॉलर के मार्केट कैप के साथ दुनिया की सातवीं सबसे बड़ी कंपनी है। गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट, ऐमजॉन, सऊदी अरामको, एनवीडिया, ऐपल और माइक्रोसॉफ्ट का मार्केट कैप ही मेटा प्लेटफॉर्म्स से ज्यादा है। फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग की। जो दुनिया में तीसरी रैंकिंग हासिल करने वाला एक कॉलेज ड्रॉपआउट है। जिसने 12 साल की उम्र में ही एक कंप्यूटर प्रोग्राम बना दिया है ।