September 16, 2024

मानव-पोर्टेबल एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल हथियार प्रणाली का हुआ परीक्षण सफल…

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जैसलमेर। भारतीय सेना ने स्वदेशी रूप से विकसित मानव-पोर्टेबल एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (MPATGM) हथियार प्रणाली का सफलतापूर्वक फील्ड परीक्षण किया। जिससे सेना के शस्त्रागार में इसे शामिल करने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। इस हथियार प्रणाली को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन ने डिजाइन और विकसित किया है। मंत्रालय की ओर से कहा गया कि 13 अप्रैल को पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में वारहेड उड़ान परीक्षण सफलतापूर्वक आयोजित किया गया।

समग्र प्रणाली में एमपीएटीजीएम, लांचर, लक्ष्य प्राप्ति उपकरण और एक अग्नि नियंत्रण इकाई शामिल है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इन सफल परीक्षणों के लिए डीआरडीओ और भारतीय सेना की सराहना करते हुए कहा कि इसे उन्नत प्रौद्योगिकी-आधारित रक्षा प्रणाली विकास में आत्मनिर्भरता हासिल करने का महत्वपूर्ण कदम बताया है।


पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में हुआ परीक्षण

प्रौद्योगिकी को उच्च श्रेष्ठता के साथ साबित करने के उद्देश्य से एमपीएटीजी हथियार प्रणाली का कई बार विभिन्न उड़ान विन्यासों में मूल्यांकन किया गया है। मंत्रालय की ओर से कहा गया कि 13 अप्रैल को पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में वारहेड उड़ान परीक्षण सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। मिसाइल प्रदर्शन और वारहेड प्रदर्शन उल्लेखनीय पाए गए।पर्याप्त संख्या में मिसाइल फायरिंग परीक्षण सफलतापूर्वक किए गए हैं। यह आधुनिक कवच संरक्षित मुख्य युद्धक टैंकों को हराने में सक्षम पाया गया है। हथियार प्रणाली दिन और रात दोनों में संचालन के लिए अच्छी तरह से सुसज्जित है।

रक्षा क्षमताओं में है महत्वपूर्ण छलांग

डुएल मोड कार्यक्षमता टैंक युद्ध के लिए महत्वपूर्ण है। इसके साथ ही प्रौद्योगिकी विकास और सफल प्रदर्शन संपन्न हो गया है। यह प्रणाली अब भारतीय सेना में शामिल होने की दिशा में अंतिम उपयोगकर्ता मूल्यांकन परीक्षणों के लिए तैयार है। स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित मैन पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल सिस्टम (एमपीएटीजीएम) का विकासात्मक परीक्षण सफलतापूर्वक किया गया और सिस्टम अब अंतिम उपयोगकर्ता मूल्यांकन ट्रेल्स के लिए तैयार है। डीआरडीओ और भारतीय सेना ने स्वदेशी रूप से विकसित एमपीएटीजीएम प्रणाली का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। यह उन्नत तकनीक आधुनिक कवच संरक्षित मुख्य युद्धक टैंकों को हराने में सक्षम है, जो हमारी रक्षा क्षमताओं में एक महत्वपूर्ण छलांग है।

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