November 6, 2024

शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए जिले में हो रहा है अभिनव प्रयास…

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नारायणपुर। राज्य सरकार की मंशानुसार जिले में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हेतु कलेक्टर बिपिन मांझी के द्वारा दिये गये निर्देशानुसार शिक्षा विभाग द्वारा संचालित सभी विद्यालयों में शिक्षा के स्तर में सुधार हो रहा है। नये शिक्षण सत्र के प्रारंभ में ही कलेक्टर मांझी के द्वारा जिले के समस्त विद्यालयों के प्राचार्यो को शिक्षा के स्तर एवं मूलभूत सुविधाओं को सुधारने के लिए आवश्यक निर्देश दिये गये हैं। वर्तमान में नारायणपुर जिले में ”परीयना” उड़ान श्रम्म् एवं छम्म्ज् में 200 छात्र-छात्राओं को डी.एम.एफ. मद से आवासीय सुविधा सहित विशेष कोचिंग की व्यवस्था की गई हैं। शिक्षा सत्र 2024-2025 में कक्षा दसवीं के मेरिट बच्चों को टेस्ट परीक्षा के माध्यम से चयनित किया जाकर एवं उच्च शिक्षण संस्थाओं से अनुबंधित के फलस्वरूप सार्थक परिणाम वर्तमान में दिखने लगा हैं।

सर्व सुविधायुक्त “परीयना” दिव्यांग बच्चों को स्पेशल एजुकेटर के माध्यम से मिल रही शिक्षा

माध्यमिक शिक्षा मण्डल रायपुर द्वारा आयोजित बोर्ड परीक्षा में जिले में कक्षा 10 वीं का परीक्षा परिणाम 87.22 प्रतिशत एवं कक्षा 12 वीं का परीक्षा परिणाम 85 प्रतिशत रहा हैं। जिले के 02 माध्यमिक शाला, 08 हाईस्कूल एवं 16 हायर सेकेण्ड़री स्कूलों में स्मार्ट क्लास रूम स्थापित किया गया हैं। निःशुल्क सरस्वती सायकल योजना के तहत् 1005 छात्राओं को लाभान्वित किया गया हैं। राज्य छात्रवृत्ति में 3264 बालक एवं 5887 बालिका लाभान्वित हुए हैं। समग्र शिक्षा के अंतर्गत जिले के विकासखण्ड़ों में 1-1 पी.एम.श्री. स्कूल संचालित हैं। जिसमें 1275 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। डी.एम.एफ. के मद अंतर्गत शिक्षा सत्र 2023-24 से 50 द्विव्यांग छात्र-छात्राओं को सर्व सुविधायुक्त “परीयना” दिव्यांग बच्चों का विद्यालय (आवासीय) गरांजी में व्यवस्था एवं स्पेशल एजुकेटर के माध्यम से शिक्षा दी जा रही हैं।

इन्सपायर अवार्ड हेतु चयनित किये गये है राज्य के बच्चें

मिड-डे मिल योजना अंतर्गत जिले में 433 प्राथमिक शाला एवं 150 माध्यमिक शाला संचालित हैं। जिसमें लाभान्वित विद्यार्थीयों की संख्या 15548 एवं 7253 हैं। जिले में 07 स्वामी आत्मानंद विद्यालय संचालित हैं, जिसमें 04 अंग्रेजी माध्यम के 665 विद्यार्थी एवं 03 हिन्दी माध्यम में 2001 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। जिले में इन्सपायर अवार्ड 2021-22 में दो बच्चें एवं 2022-23 में दो बच्चें राज्य स्तरीय इन्सपायर अवार्ड हेतु चयनित किये गए थे। डी.एम.एफ. मद अंतर्गत 40 स्कूल भवन निर्माण हेतु 5 करोड़ 72 लाख 89 हजार रूपये, शौचालय निर्माण हेतु 9 लाख 28 हजार रूपये स्वीकृत किये गए है। किचन शेड निर्माण हेतु 1 लाख 60 हजार तथा मरम्मत एवं उन्नयन हेतु 15 कार्य के लिए 9 करोड़ 60 लाख 77 हजार रूपये तथा अतिरिक्त कक्ष निर्माण के 34 कार्य लागत राशि 4 करोड़ तीन लाख 48 हजार रूपये के कार्य स्वीकृत किये गए है।


जिले में 599 शालाएं संचालित है इसमें 428 प्राथमिक शाला एंव 134 पुर्व माध्यमिक शालाएं हैं। जिसमें से अधिकांश शालाएं सुदूर क्षेत्रों में संचालित है। शिक्षा विभाग द्वारा संचालित शालाओं में मूल-भूत सुविधाएं शासन से उपलब्ध कराई गई है। जिसमें जर्जर शालाओं में मरम्मत का कार्य हेतु 03 करोड़ 70 लाख 58 हजार रूपए की लागत से जीर्णोद्धार किया गया है। जिससे शाला में एक सुन्दर वातावरण का निर्माण हुआ है। जिसके कारण वर्षा ऋतु में भी छात्र-छात्राएं उत्साहपूर्वक वतावरण में अध्ययन कर रहें है।

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