अगर आपका भी आया नीट में कम नंबर, तो होम्योपैथी और आयुर्वेद कोर्स करके बन सकते है डॉक्टर…
रायपुर। नीट का रिजल्ट जारी हो चूका है। जिसके बाद कुछ स्टूडेंट ने अच्छे स्कोर किये तो कुछ के कम अंक आए हैं, उन्हें एमबीबीएस में प्रवेश नहीं मिल सकता है, लेकिन उन्हें अधिक निराश होने की जरूरत नहीं है। जो बीडीएस या फिर आयुष कोर्स के लिए होने वाली काउंसलिंग में भी किस्मत आजमाकर डॉक्टर बनकर समाजसेवा कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें कुछ नियमों पालन करना होगा। नीट की रैंकिंग के आधार पर लगभग 610 से अधिक स्कोर वालों को ही गवर्नमेंट कॉलेज से एमबीबीएस करने का मौका मिलेगा। ऐसे में जो न तो ड्रॉप लेना चाह रहे और न ही कॅरियर से समझौता करने को तैयार हैं, उनके पास एमबीबीएस के अलावा मेडिकल के दूसरे कोर्स करके भी डॉक्टर बनने का मौका हैं।
करियर का अच्छा ऑप्शन
बायो विषय से जुड़े जितने भी कोर्स है उसमे करियर के बहुत से मौके है। जिसमे नीट के लिए 1-2 बार ड्रॉप ले चुके स्टूडेंट्स को इन विकल्पों पर विचार करते हुए एडमिशन ले लेना चाहिए। इससे उनका साल भी बर्बाद नहीं होगा। आयुष मंत्रालय के गठन के बाद इन कोर्सेस का स्कोप काफी बढ़ गया है। बड़ी संख्या में स्टूडेंट होम्योपैथी और आयुर्वेद के साथ नैचरोपैथी कोर्स भी कर रहे हैं। प्रदेश में सिर्फ होम्योपैथी और आयुर्वेद की ही 3890 सीट हैं।
होम्योपैथी और आयुर्वेद के लिए स्कोर
जो स्टूडेंट नीट में 400 से 500 तक स्कोर किये है। उनके पास भी मौका है होम्योपैथी और आयुर्वेद में डॉक्टर बनने का विकल्प मौजूद है। छत्तीसगढ़ की बात करे तो 500 से 550 तक के स्कोर वालों को होम्योपैथी में प्रवेश ले सकते है। इसी प्रकार 400 से 450 के बीच आयुर्वेद में एडमिशन ले सकते है । 350 तक स्कोर करने वाले को फिजियोथेरेपी कोर्स में सीट मिलने की सम्भावना है। साथ ही कम स्कोर वाले स्टूडेंट को भी काउंसलिंग में बैठने का मौका मिलेगा।
इन कोर्स में भी हैं अच्छा करियर
बैचलर ऑफ फिजियोथैरेपी, बीएससी नर्सिंग, बीएससी न्यूट्रीशन डायटीटिक्स, बीएससी बायोटेक्नोलॉजी , बैचलर ऑफ फार्मेसी , बीएससी सायकोलॉजी, बीएससी बायोमेडिकल साइंस, बीएससी फॉरेंसिक साइंस, बीएससी एनेस्थिसिया, बैचलर ऑफ ऑक्यूपेशनल थैरेपी, फॉरेंसिक साइंस क्रिमिनोलॉजी।