फेसबुक ने किये 20 साल पूरे जानिए कैसा रहा अनुभव…
बहुप्रसिद्ध व चर्चित एक ऐसी सोशल नेटवर्किंग साइट है जिसने, अनगिनत लोगों को अपनों से मिलवाया है। जिसका नाम है फेसबुक । फिर वह चाहे पुराने दोस्त हो, दूरदराज रहने वाले परिवार के सदस्य हो, या अन्य कोई करीबी जो दुनिया के किसी भी कोने मे हो, जिसे व्यक्ति ने सिर्फ याद ही किया हो, उसे भी Facebook के माध्यम से खोज सकते है ।
फेसबुक की शुरुवात कैसे हुई ?
फेसबुक के संस्थापक, मार्क इलियट जुकेरबर्ग है । इनका जन्म 14 मई 1984 को न्यूयार्क,अमेरिका मे हुआ था । हावर्ड विश्वविद्यालय मे, शिक्षा ग्रहण करते Facebook नामक एक साइट बनाई। जुकेरबर्ग Facebook के प्रमुख संस्थापक होने के साथ विश्व के सबसे कम उम्र के अरबपति मे से एक है। फेसबुक का इतिहास बहुत ज्यादा पुराना तो नही है, परन्तु बहुत रोचक है। क्योंकि, फेसबुक ने बहुत कम समय मे बहुत जल्दी तरक्की हासिल की है।
Facebook का निर्माण, मार्क इलियट जुकेरबर्ग ने, अपने साथियों एडुआर्ड़ो सवेरिन ने व्यवसायिक पहलुओं, डीउस्टिन मोस्कोवीटज ने प्रोग्रामिग़ , एंड्रयू मककोल्लुम ने ग्राफिक्स आर्टिस्ट तथा च्रिस ह्यूज ने जुकेरबर्ग की वेबसाइट के प्रमोशन मे साहयता की। इन सबके साथ मिल कर 4 फरवरी 2004 को किया । हावर्ड विश्वविद्यालय मे ही इसकी समिति बनाई गई । धीरे-धीरे बोस्टन, आइवी लीग, स्टेनफोर्ड जैसे कई विश्वविद्यालयों मे इसका विस्तार किया गया । 2004 मे, कैलीफोर्निया स्थित मुख्यालय मे, जुकेरबर्ग को अध्यक्ष के रूप मे चुना गया। इसे बहुत सुचारू रूप से निर्माण कर आगे बढाया गया है।
मार्क जुकरबर्ग ने 20 साल के सफ़र का विडियो शेयर किया
मार्क द्वारा एक वीडियो शेयर की गई जिसमें 2004 से लेकर 2024 तक की पूरी झल्कियां शामिल हैं । उसमें दिख रहा है कि कैसे सिर्फ एक कंप्यूटर पर बैठकर मार्क में शुरुआत की थी, और फिर फेसबुक के शुरुआती डिजाइन की झलक, फेसबुक का शुरुआती ऑफिस, फेसबुक में काम करने वाले लोग, मार्क का इंटरव्यू, फेसबुक का आगे बढ़ना, लोकप्रियता हासिल करना, फिर व्हाट्सऐप का लॉन्च करना, फिर इंस्टाग्राम का लॉन्च करना, मेटा का बनना, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी एआई टेक्नोलॉजी में डेवलप करना जैसी चीजें शामिल हैं। आइए हम आपको मार्क जुकरबर्ग द्वारा शेयर किया गया पूरा वीडियो दिखाते हैं।
कैसे लोकप्रिय हुआ फेसबुक
2004 में फेसबुक का नाम द फेसबुक (The Facebook) था । उस वक्त तक अपनी फोटो शेयर करना और अपने दोस्तों को टैग करने वाला कोई प्लेटफॉर्म नहीं था। ऐसे में फेसबुक ने फोटो शेयरिंग और टैगिंग की सुविधा शुरू करके इस प्लेटफॉर्म को लॉन्च के वक्त से काफी अलग और खास बना दिया था । फेसबुक ने लॉन्च होने के बाद कुछ ही वक्त में काफी लोकप्रियता हासिल कर ली थी। लॉन्च होने के सिर्फ एक साल बाद ही 10 लाख लोग फेसबुक फैमिली का हिस्सा बन चुके थे।
अगले करीब 8 सालों में फेसबुक की लोकप्रियता 1000 गुना बढ़ गई और 2012 तक 1 अरब लोग फेसबुक फैमिली का हिस्सा बन चुके थे।
मकसद क्या है फेसबुक बनाने का
- फेसबुक की शुरुआत को एक विकसित देश अमेरिका से हुई थी, लेकिन इसकी लोकप्रियता विकासशील और अविकसित देशों तक में भी पहुंची।
- जिन देशों में इंटरनेट या एंटरटेनमेंट की ज्यादा सुविधाएं नहीं थी, फेसबुक ने वहां भी अपनी पहचान बनाई।
- फेसबुक ऐसा पहला सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म था, जिनसे यूजर्स को पर्सनलाइज़्ड अनुभव दिया।
- यूजर्स को एक नई तरह की चीज इस्तेमाल करने का मौका मिला था, और अपनी ओर आकर्षित करे।
- इसके जरिए खोए हुए दोस्तों से मिल सकते है ।
- फेसबुक के जरिए आप अपने दोस्तों के जन्मदिन, उनके डेली एक्टिविटीज़, उनके जीवन के खास अपडेट के बारे में जानकारी मिलती रहे।
- शुरुआती दौर में लोगों को कॉल करने के लिए काफी पैसे खर्च करने पड़ते थे । मैसेज करना भी फ्री नहीं था, लेकिन फेसबुक के जरिए लोगों को इंटरनेट का यूज करके फ्री में लोगों से मैसेज करके बातचीत करने का एक जरिया मिला।
- बिजनेस बड़ा हो या बेहद छोटा, यूजर्स फेसबुक पर प्रचार करके अपना बिजनेस बढ़ा सकते हैं।
- फेसबुक के जरिए लोगों को अपने सालों पुराने दोस्तों से फिर से मिलने का मौका मिला, जिनका फोन नंबर या एड्रेस भी उनके पास नहीं था।
- हालांकि, उसके बाद फेसबुक के सामने लोगों की प्राइवेसी को खतरे में लाने की समस्या आई, लेकिन फेसबुक ने कई प्राइवेसी फीचर लाकर उस समस्या को भी दूर कर दिया।
- धीरे-धीरे फेसबुक लोगों को अपना बिजनेस बढ़ाने के लिए एक अच्छा प्लेटफॉर्म लगने लगा। फेसबुक ने भी यूजर्स की डिमांड को समझा और बिजनेसमैन के लिए एडवरटाइज़मेंट के कई नए फीचर्स लॉन्च किए।
- बिजनेसमैन के बाद पॉलिटिशन्स ने भी अपने प्रचार-प्रसार के लिए फेसबुक का सहारा लेना शुरू किया और उन्हें इसका फायदा भी मिला।
नुकसान
- फेसबुक से पिछले 20 सालों में बहुत सारे फायदे हुए हैं, लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हुए हैं । फेसबुक समेत तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए फेक न्यूज़ यानी गलत ख़बर काफी जल्दी फैल जाती है, जिसका समाज में काफी नुकसान होता है।
- फेसबुक का इस्तेमाल करके लोगों ने धोखाधड़ी करनी भी शुरू कर दी। ऐसे लोग अपना फेक यानी नकली प्रोफाइल बनाकर या किसी अन्य वक्ति के नाम से नकली प्रोफाइल बनाकर उनके दोस्तों या रिश्तेदारों से पैसे ठगने का काम करते हैं ।
- इसके अलावा फेसबुक के जरिए बच्चों पर भी काफी बुरा प्रभाव पड़ रहा है, जिसकी वजह से फेसबुक के मालिक मार्क जुकरबर्ग को हाल ही में अमेरिका के एक कोर्ट में सांसदों और पीड़ित बच्चों के माता-पिता से माफी भी मांगनी पड़ी थी।
- हालांकि, फेसबुक यूजर्स को इन नुकसानों से बचने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, और उम्मीद है कि आने वाले समय में हमें इन समस्याओं से पूरी तरह निजात मिल सकेगी।
फेसबुक के 20 साल
इस इंस्टाग्राम रील को एक दिन पहले यानी 5 फरवरी को अपलोड किया गया है, और इस ख़बर को लिखे जाने तक पूरी दुनिया में करीब 7.5 मिलियन यानी 75 लाख से ज्यादा यूजर्स ने इसे देख लिया है। 3.96 लाख से ज्यादा यूजर्स ने लाइक, 30 हजार से ज्यादा यूजर्स ने शेयर और 6000 से ज्यादा यूजर्स ने कमेंट किए हैं। आज से 20 साल पहले सोशल मीडिया के नाम पर MySpace और Orkut जैसे प्लेटफॉर्म्स हुआ करते थे, लेकिन फेसबुक के आने के बाद बाकी सभी प्लेटफॉर्म्स का नामों-निशान खत्म हो गया। फेसबुक ने पिछले 20 सालों में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं, लेकिन फिर भी इसके मालिक मार्क जुकरबर्ग ने अपने इस प्लेटफॉर्म को लगातार आगे बढ़ाया।