गूगल क्रोम के लिए खर्च करना होगा 480 रुपये प्रतिमाह, जानिए किसके लिए आया नया फीचर…
नई दिल्ली। अगर आप भी स्मार्टफोन या फिर लैपटॉप का इस्तेमाल करते हैं तो उसमें गूगल क्रोम का इस्तेमाल भी जरुर किया होगा। क्योंकि गूगल क्रोम आज के समय का सबसे बड़ा ब्राउजिंग प्लेटफॉर्म बन चुका है। जहां दुनिया भर में करोड़ों लोग इसका इस्तेमाल करते हैं। गूगल समय समय में अपने यूजर्स की सहूलियत के लिए क्रोम ब्राउजर में नए – नए अपडेट्स लाता रहता है। अब कंपनी ने एक – एक नई सर्विस पेश कर दी है।
बता दें कि गूगल ज्यादातर प्लेटफॉर्म में यूजर्स फ्री में गूगल क्रोम का इस्तेमाल करते है। लेकिन, इस सिस्टम को कंपनी कुछ बदलाव करने जा रही है। गूगल ने अपने क्रोम ब्राउजर का एक नया एंटरप्राइज प्रीमियम वेरिएंट पेश किया है जिसमें यूजर्स को फ्री और पेड दो ऑप्शन्स दिए जाएंगे।
डेटा को प्रोटेक्ट करेगा गूगल एंटरप्राइज प्रीमियम
गूगल का क्रोम एंटरप्राइज प्रीमियम एक पेड सर्विस है। जिसका इस्तेमाल करते हैं तो यूजर्स को कुछ एक्स्ट्रा फीचर्स मिलेंगे। गूगल क्रोम का यह नया पेड वर्जन यूजर्स को मैलवेयर अटैक, फिशिंग अटैक से सुरक्षित रखेगा। इसके साथ ही यूजर्स को इसमें साइबर अटैक्स का भी खतरा नहीं रहेगा। गूगल क्रोम का पेड वर्जन यूजर्स को ऑनलाइन डेटा को भी सुरक्षित रखेगा। क्रोम का यह पेड वर्जन नॉर्मल रेगुलर यूजर्स के लिए ज्यादा फायदेमंद नहीं है लेकिन यह कॉर्पोरेट कंपनियों और व्यवसाय करने वाले लोगों के लिए अधिक उपयोगी और फायदेमंद हो सकता है। गूगल के इस कदम के बाद अब लोगों को डेटा सिक्योरिटी के लिए थर्ड पार्टी ऐप्स या फिर सॉफ्टवेयर पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। अब यूजर्स को अपने सिस्टम में ही डेटा प्रोटेक्शन का टूल मिलेगा।
गूगल एंटरप्राइज प्रीमियम में कितना खर्च करना पड़ेगा ?
यूजर्स के डेटा को सुरक्षित रखने के लिए गूगल एंटरप्राइज प्रीमियम में आटोमैटिक अपडेट्स की सुविधा मिलेगी। गूगल एंटरटप्राइज प्रीमियम बड़ी – बड़ी कंपनियों और बिजनेस करने वालों के लिए ही परफेक्ट है। अगर गूगल एंटरप्राइज प्रीमियम के कीमत की बात करें तो इसके लिए यूजर्स को 6 डॉलर यानी करीब 480 रुपये प्रतिमाह खर्च करने पड़ेंगे। कि गूगल क्रोम के इंटरप्राइज वर्जन में हाल ही में प्रीमियम फीचर जोड़ा गया है जिसे खासतौर पर ऑर्गेनाइजेशन और बिजनेस को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया दिया है।
गूगल क्रोम इंटरप्राइज के साथ दो ऑप्शन मिलेंगे जिनमें एक Core होगा जो कि फ्री है और दूसरा प्रीमियम है जो कि पेड है। प्रीमियम वर्जन को गूगल खासतौर पर मैलवेयर स्कैन जैसे सिक्योरिटी के लिए प्रमोट कर रहा है। कुल मिलाकर कहें तो गूगल के इस फैसले से मोबाइल यूजर्स और आम यूजर्स प्रभावित नहीं होंगे। वे पहले की तरह ही गूगल क्रोम का फ्री में इस्तेमाल करते रहेंगे। गूगल क्रोम का सिर्फ इंटरप्राइज वर्जन पेड हुआ है ना कि रेगुलर वर्जन।