World Sickle Cell Day 2024 : विश्व सिकल सेल दिवस का क्या है महत्व?…
हर साल 19 जून को विश्व सिकल सेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। सिकल सेल एक जेनेटिक बीमारी होती है जिसमें व्यक्ति के शरीर में रेड ब्लड सेल की कमी होती है। इस बीमारी को सिकल सेल एनीमिया के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन को मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य लोगों में सिकल सेल डिसऑर्डर के प्रति जागरूकता फैलाना है। सिकल सेल एक जेनेटिक बीमारी है, जो माता-पिता से बच्चों में ट्रांसफर होती है। इसमें रेड ब्लड सेल्स में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है और सेल का आकार गोल नहीं बनता है। जिसकी वजह से यह सेल आधे चांद या फिर हंसिए की तरह नजर आता है। इसलिए इसे सिकल (हंसिया) सेल कहते हैं। जिसके चलते बच्चे की ग्रोथ पर भी असर पड़ता है।
सिकल सेल बीमारी से प्रभावित बच्चे की ग्रोथ सही तरीके से नहीं होती। साथ ही दूसरे बच्चों की तुलना में उसकी इम्युनिटी भी कमजोर होती है। समय पर इस बीमारी का इलाज न कराया जाए, तो यह जानलेवा भी हो सकती है। इन्हीं सबके बारे में लोगों को जागरूक करने के मकसद से यह दिन मनाया जाता है। भारत में यह बीमारी खासतौर से छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, पूर्वी गुजरात, महाराष्ट्र, पश्चिमी ओडिशा और उत्तरी तमिलनाडु में ज्यादा देखने को मिलती है।
क्या है विश्व सिकल सेल दिवस का इतिहास?
सिकल सेल के प्रति जागरूक करने के मकसद से 22 दिसंबर 2008 को संयुक्त राष्ट्र की महासभा में 19 जून को विश्व सिकल सेल जागरूकता दिवस के रूप में मनाए जाने का फैसला लिया गया। जिसके बाद से हर साल इस दिन को विश्व स्तर पर मनाया जाता है। पहली बार सिकल सेल जागरूकता दिवस 19 जून 2009 को आयोजित किया गया। ग्लोबल अलायंस ऑफ सिकल सेल डिजीज आर्गेनाईजेशन की स्थापना 10 जनवरी, 2020 को एम्स्टर्डम, नीदरलैंड में की गई थी।
विश्व सिकल सेल 2024 की थीम
विश्व सिकल सेल दिवस को हर साल एक नई थीम के साथ मनाया जाता है। इस साल विश्व सिकल सेल दिवस की थीम है- Hope Through Progress: Advancing Sickle Cell Care Globally‘ जिसका मुख्य उद्देश्य से जागरूकता बढ़ाने, शिक्षा को बढ़ावा देने और दुनिया भर में सिकल सेल रोग से पीड़ित व्यक्तियों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं तक बेहतर पहुंच की वकालत करने पर केंद्रित है। यह इस स्थिति से पीड़ित लोगों के सामने आने वाली चुनौतियों को उजागर करने और उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने के उद्देश्य से पहल को प्रोत्साहित करने के अवसर के रूप में कार्य करता है।
साल 2023 में थीम – “वैश्विक सिकल सेल समुदायों का निर्माण और सुदृढ़ीकरण, नवजात शिशुओं की जांच को औपचारिक बनाना और अपनी सिकल सेल रोग स्थिति को जानना”।
विश्व सिकल सेल एनीमिया दिवस का महत्व
विश्व सिकल सेल एनीमिया दिवस का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि यह इस आनुवंशिक रक्त विकार के बारे में वैश्विक जागरूकता को बढ़ाता है, प्रभावित व्यक्तियों और परिवारों के लिए शीघ्र निदान, उपचार और सहायता को बढ़ावा देता है। यह बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं, उपचार तक पहुँच और सिकल सेल रोग से पीड़ित लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के उद्देश्य से चल रही शोध पहलों की वकालत करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है। यह वैज्ञानिक अनुसंधान के महत्व पर जोर देता है और बीमारी से पीड़ित लोगों द्वारा अनुभव की जाने वाली कठिनाइयों पर ध्यान आकर्षित करके और अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देकर सिकल सेल एनीमिया को नियंत्रित करने और उसका इलाज करने के लिए अत्याधुनिक तकनीकों में निवेश को प्रोत्साहित करता है।
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जागरूकता बढ़ाना: SCD प्रभावित समुदायों के बाहर एक अपेक्षाकृत अज्ञात बीमारी हो सकती है। विश्व सिकल सेल दिवस लोगों को बीमारी, इसके लक्षणों और रोगियों के सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में शिक्षित करने के लिए एक मंच प्रदान करता है।
एडवोकेसी: यह दिन SCD संगठनों और रोगी अधिवक्ताओं को बेहतर शोध निधि, स्वास्थ्य सेवा तक पहुँच और बेहतर उपचार विकल्पों के लिए आगे बढ़ने का अवसर देता है।
समुदाय निर्माण: विश्व सिकल सेल दिवस रोगियों, परिवारों, स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों और शोधकर्ताओं को अनुभव साझा करने, एक-दूसरे का समर्थन करने और अनुसंधान और उपचार में प्रगति का जश्न मनाने के लिए जोड़ता है।