विश्व हिंदी दिवस : क्यों मनाया जाता है विश्व हिंदी दिवस जानिए पूरी जानकारी…
विश्व हिंदी दिवस : हिंदी, हिंदुस्तान की पहचान और गौरव दोनो है। ये भारत की राजभाषा है। यह दुनियाभर में बसे भारतीयों को एक सूत्र में बांधने का सबसे अच्छा माध्यम है। दक्षिण प्रशांत महासागर क्षेत्र में फिजी नाम का एक द्वीप देश है जहां हिंदी को आधिकारिक भाषा का दर्जा दिया गया है। भारत के अलावा फिलीपींस, मॉरीशस, फिजी, नेपाल, सुरिनाम, गुयाना, त्रिनिदाद, तिब्बत और पाकिस्तान में हिंदी बोली और समझी जाती है। विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी को मनाया जाता है। इसे मनाने का एक खास मकसद दुनियाभर में हिंदी भाषा बोलने वालों को एक सूत्र में पिरोना है। बोलचाल से लेकर लेखन तक हम कई भाषाओं व लिपियों का प्रयोग करते हैं। लेकिन हिंदी ऐसी भाषा है जो भारतीयों को एक डोर में पिरोए हुए है। बता दें कि, हिंदी की लिपि देवनागरी है। हिंदी भारत की राजभाषा और आधिकारिक भाषा है।
जानिए क्या है हिंदी का इतिहास
हम भारतीयों के लिए हिंदी केवल भाषा नहीं बल्कि पहचान है। इसलिए तो हम गर्व से कहते हैं- ‘हिंदी हैं हम’। 1949 में हिंदी को राजभाषा घोषित किया गया। भारत के साथ ही हिंदी भाषा को विदेशों में बसे भारतीयों ने खास पहचान दिलाने में अहम भूमिका निभाई है। अब धीरे-धीरे विदेशों में भी हिंदी भाषा लोकप्रिय हो रही है । इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि, 2017 में ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में बच्चा, बड़ा, दिन, अच्छा और सूर्य नमस्कार जैसे शब्दों को जोड़ा गया। विदेशों में हिंदी के महत्व को बताने और इसे खास दर्जा दिलाने के लिए ही हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है।
हिंदी का महत्व
विश्व हिंदी दिवस और हिंदी दिवस में अंतर है । भारत में हिंदी दिवस 14 सितम्बर को होता है वहीं हर साल विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी को मनाया जाता है । दोनों को ही मनाने का मकसद है हिंदी को प्रोत्साहित करना । और विश्व हिंदी दिवस का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर इसे बढ़ावा देना है ।
विश्व हिंदी की थीम
हर साल विश्व हिंदी दिवस के लिए एक थीम पर मनाया जाता है। और इस साल की थीम हिंदी-पारंपिरक ज्ञान और कृत्रिम बुद्दिमत्ता को जोड़ना है। दुनियाभर में करोड़ों की संख्या में लोग हिंदी बोलते हैं और ये दुनिया में बोली जाने वाली पांच प्रमुख भाषाओं में से एक है।
पहले हिंदी सम्मलेन का आयोजन
पहले विश्व हिंदी सम्मलेन का आयोजन 10 जनवरी 1975 को नागपुर में किया गया था । साथ ही अभी तक पोर्ट लुईस ,स्पेन ,लन्दन,न्यूयॉर्क, जोहानसबर्ग आदि समेत भारत में विश्व हिंदी सम्मेलनों का आयोजन किया गया और इस दिवस को मनाने के लिए प्रतिवर्ष 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाने लगा ।हिंदी में उच्चतर शोध के लिए भारत सरकार ने 1963 में केन्द्रीय हिंदी संस्थान की स्थापना की गयी । और देश भर के इसके आठ केंद्र है ।
हिंदी का नाम फ़ारसी शब्द हिन्द से लिया गया है । जिसका अर्थ है सिन्धु नदी की भूमि फ़ारसी बोलने वाले तुर्क जिन्होंने गंगा के मैदान और पंजाब पर आक्रमण किया था, 11 वी शताब्दी की शुरुवात में सिन्धु नदी के किनारे बोली जाने वाली भाषा को हिंदी नाम दिया था । यह भाषा भारत की अधिकारिक भाषा है । और संयुक्त अरब अमीरात में एक मान्यता प्राप्त अल्पसंख्यक भाषा है ।