श्री रावतपुरा सरकार इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मेसी कुम्हारी में “कृत्रिम बुद्धिमत्ता चैट जीपीटी किस प्रकार औषधि खोज में क्रांति ला रही है” विषय पर कार्यशाला की गई आयोजित..
कुम्हारी। श्री रावतपुरा सरकार इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मेसी कुम्हारी में करियर डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत फार्मेसी थर्ड इयर और फोर्थ इयर के छात्रों के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता चैट जीपीटी किस प्रकार औषधि खोज में क्रांति ला रही है” विषय पर कार्यशाला आयोजित की गई। इस वर्कशॉप में बताया गया कि कैसे नई दवाओ की खोज करते वक्त क्लिनिकल डाटा का विशलेषण करते वक़्त आर्टिफीसियल इंटेलिजेंसी, चैट जीपीटी टूल का इस्तेमाल किया जा सकता है । चैट जीपीटी वर्तमान समय की बढ़ती मांग और निरंतर बदलाव की ओर एक उन्नत एआई मॉडल है जो प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण (NLP) पर आधारित है।
जिसे ओपन एआई ने विकसित किया है और यह मानव-समय के संवाद की तरह ही बातचीत कर सकता है। पिछले कुछ महीनों से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल चैट जीपीटी चर्चा में है। कोई कविता लिखनी हो या किसी कंप्यूटर प्रोग्राम के कोट्स लिखने हों चैट जीपीटी इन कार्यो को चंद मिनटों में ही कर के आसान बना देता है। विशेषज्ञों के अनुसार एकेडमिक्स और करिअर दोनों में लगातार अपनी स्किल्स को अपग्रेड करना जरूरी है।
छात्रों में दिखा उत्साह
वर्कशॉप में छात्रों को 2-4 के समूहों में बुलाकर चैटजीपीटी कप प्रैक्टिकल के माध्यम से समझाया गया। कि यह ओपनएआई का एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबॉट है। टेक्नोलॉजी की दुनिया में यह एक बड़ा बदलाव है। जो प्री गूगल और पोस्ट गूगल की तरह ही आने वाले समय को अब प्री जीपीटी और पोस्ट जीपीटी में समझाया जाएगा। चैटजीपीटी के पास हर उस सवाल का जवाब है जो इंटरनेट पर मौजूद है, लेकिन यह उसी सवाल का जवाब दे सकता है जो पहले इंटरनेट पर पूछा गया हो। यह एक सॉफ्टवेयर है जो इंटरनेट पर मौजूद जानकारी को पढ़कर जवाब देता है। इस टूल का उपयोग करके छात्रों के बीच उत्साह नजर आया ।
स्टूडेंट्स को बताये गये चैट जीपीटी का सही उपयोग के तरीके
देश में ज्यादातर इंजीनियरिंग और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट फील्ड में इसका इस्तेमाल हो रहा है। कोडिंग में कोई दिक्कत होने पर इंजीनियर्स चैटजीपीटी से 2 मिनट में समाधान पा सकते हैं। इससे प्रोफेशनल्स की प्रोडक्टिविटी बढ़ती है लेकिन स्टूडेंट्स को इसका इस्तेमाल सावधानी से करना चाहिए। इसके इस्तेमाल के लिए लर्निंग एक्सपीरियंस होना बहुत जरूरी है क्योंकि तब ही आप यह जान पाएंगे कि चैटजीपीटी का जवाब सही है या नहीं। इस वर्कशॉप के माध्यम से बताया गया कि कैसे जवाब सीधे कॉपी-पेस्ट न करें बल्कि उन्हें समझें। याद रखें यह गूगल का विकल्प नहीं है। किसी भी सब्जेक्ट पर विस्तार से जानकारी के लिए गूगल बेहतर है। लेकिन तुरंत नोट्स तैयार करने हैं तो इस स्थिति में चैटजीपीटी गूगल से बेहतर है। यह वर्कशॉप ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट डिप्टी डायरेक्टर ओमप्रकाश त्रिपाठी के द्वारा दिया गया । साथ ही सुधीर साहू व राकेश यादव का भी सफल योगदान रहा ।
इस सफल आयोजन के लिए श्री रावतपुरा सरकार ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन के उपाध्यक्ष डॉ. जे के उपाध्याय व कैंपस डायरेक्टर डॉ. प्रीति गुरनानी ने शुभकामनाएं दिए ।