आयरलैंड में लेखकों की नोबेल व बुकर पुरस्कार पाने की सफलता की क्या है वजह ?…

डबलिन। किसी विषय में बात करने बोले तो कितनी देर बात कर सकते है… यही दो से पांच मिनट । लेकिन अगर हम आयरलैंड के लोगों को इस विषय पर बात करने बोले तो एक घंटे तक बात कर लेते है। और ऐसा शायद ही कहीं होता होगा । क्योंकि आयरलैंड के लोगों को कहानियाँ सुनना – सुनाना पसंद है । वो किताबे खूब पढ़ते है । जिससे लेखकों को बढ़ावा मिलता है जिससे वहां के लेखक नोबेल व बुकर पुरस्कार पाने में सफल हो पाते है। जिसके वजह से आयरलैंड अपनी साहित्यिक विरासत को सहेज कर रखने में समृद्ध हो पाये है।
जब से बुकर पुरस्कार ने पहली बार अंग्रेजी में लिखे गए वर्ष के सर्वश्रेष्ठ उपन्यास को नामित करने का दावा किया है, तब से आयरिश लेखकों ने 54 वर्षों में पांच बार यह पुरस्कार जीता है। संभवतः अधिक प्रभावशाली बात यह है कि लेखन के लिए दुनिया के सबसे प्रसिद्ध पुरस्कार की सूची में आयरिश लेखकों का नाम लगातार शामिल होता रहा है। पिछले 20 वर्षों में से 16 वर्षों में कम से कम एक आयरिश लेखक प्रकाशित हुआ है, तथा कई वर्षों में एक से अधिक आयरिश लेखक प्रकाशित हुए हैं। इस वर्ष आयरिश दावेदारों की कोई कमी नहीं है। चार आयरिश लेखकों को 13 लेखकों की सूची में जगह मिली है, जो किसी एक वर्ष में अब तक की सर्वाधिक संख्या है।
‘आयरलैंड को है अपने लेखकों पर विश्वास ‘
बुकर पुरस्कार फाउंडेशन की मुख्य कार्यकारी गैबी वुड का कहना है कि आयरिश लेखकों का अनुपात देश के आकार के अनुपात में उल्लेखनीय है।
वह कहती हैं, “आयरलैंड में साहित्य परिचित और सम्मानित दोनों है – ऐसा लगता है कि यह ऐसी चीज है जिसमें आप हिस्सा ले सकते हैं, और जिस पर वर्तमान का निर्माण होता है।” साहित्यिक निर्यात के मामले में आयरलैंड की स्थिति खराब नहीं रही है। परिणामस्वरूप – और यह दूसरा कारक है – इस प्रथा को सरकार का समर्थन प्राप्त है। आयरलैंड अपने लेखकों पर विश्वास करता है और उनके सामने आने वाली आर्थिक चुनौतियों को समझता है – इसलिए अपना खुद का कमरा पाना आसान नहीं है। वुड ने वर्तमान में आयरलैंड से आने वाले लेखन की व्यापकता पर भी ध्यान दिया।
“वे एक ही कला रूप हो सकते हैं, लेकिन वे अलग-अलग प्रजातियां लग सकती हैं।” लेकिन वह मानती हैं कि वर्ष की सर्वश्रेष्ठ पुस्तक का चयन करना न तो संभव है और न ही वांछनीय है। उन्होंने कहा, “विजेता की घोषणा बातचीत के लिए एक निमंत्रण है।” ‘लेखन से लेखन ही जन्म लेता है’ ट्रिनिटी कॉलेज डबलिन में आयरिश लेखन के प्रोफेसर क्रिस मोराश कहते हैं कि आयरिश लेखकों के बेहतरीन रिकॉर्ड को समझाने के लिए कोई “सरल उत्तर” नहीं है।
लेकिन उनका तर्क है कि एक संभावना यह है कि सफलता से सफलता ही मिलती है और “लेखन से लेखन ही मिलता है”।
पढ़ने की संस्कृति विकसित करने के लिए स्कूल में एंट्री करते ही मिलता है मुफ्त बुक बैग
साहित्य के क्षेत्र ने 4 नोबेल और 6 बुकर पुरस्कार के विजेता देने वाली डबलिन 2010 में चौथी ‘यूनेस्को सिटी ऑफ़ लिटरेचर’ बनी थी । इसी के साथ वर्तमान में यह शहर मैगज़ीन प्रकाशक, बुक शॉप और लाइब्रेरी के लिए तेजी से बढ़ते हुए नेटवर्क का गढ़ बन गया है। यहाँ के लोग बुक पढ़ने को लेकर काफी उत्सुक और जुनूनी है । आयरलैंड की साहित्यिक सफलता के पीछे बड़ा फैक्टर यहाँ का आर्ट काउंसिल भी है, जो साहित्य व संस्कृति को सहेज कर रखने के लिए हमेसा कार्यरत और तत्पर है । जिसके लिए सालाना बजट की बात करे तो 1300 करोड़ रूपये है । साहित्य को लेकर जो दृष्टिकोण है वह व्यक्तिगत लेखकों के लिए ध्यानाकर्षित है जिससे की लेखकों की मेहनत सभी तक पंहुचे । जिसके लिए स्कॉलरशिप पुरस्कारों के जरिये प्रोत्साहित करते है ।
इस प्राइज में सबसे ज्यादा 23 लाख की दी जाती है जो “नेक्स्ट जेन आर्टिस्ट” है । साथ ही कलाकारों के 47 लाख रूपये की आय पर टैक्स में छुट दिया जाता है । सरकार की फंडिंग के चलते पब्लिक लाइब्रेरी की स्थिति भी बेहतर है । जिसके लिए स्कूल के शुरुवाती दौर में प्रवेश के समय में ही प्रत्येक बच्चे को निःशुल्क अंग्रेजी या आयरिश बुक बैग भी दिया जाता है । साथ ही निःशुल्क लेखक वार्ता जैसे इवेंट में भी शामिल होने का मौका देता है । जिसका रिकॉर्ड देखें तो 2023 में आयरलैंड में 1598 करोड़ की किताबे बिकी । जो की 2022 में हुई किताबों की बिक्री के मुकाबले म 9 करोड़ ससे ज्यादा है ।