महिला पर्वतारोही बलजीत कौर की कहानी: आठ हजार मीटर की ऊंची चोटी पर चढ़ने का बनाया रिकार्ड…

कहते हैं मेहनत व्यक्ति को सफलता तक पहुँचा ही देती हैं और ऐसी मेहनत से ही बलजीत कौर ने सफलता का वो मुकाम हाशिल कर दिखाया हैं ये कहानी हिमांचल प्रदेश के एक छोटे से गाँव से निकलकर दुनिया के सामने एक नया रिकार्ड बनाने वाली पर्वतारोही बलजीत कौर की कहानी हैं । बलजीत कौर केवल 27 साल में 8,000 मीटर की ऊंचाई पर चढ़ने वाली पहली महिला पर्वतारोही हैं। उन्होंने इतने कम समय में दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा लहराकर यह रिकार्ड अपने नाम किया है।
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बलजीत मूलरूप से हिमांचल प्रदेश के सोलन जिले के पंजरोल गाँव की रहने वाली हैं। पिता अमरीक सिंह हिमांचल रोड ट्रांसपोर्ट कार्पोरेशन में बस ड्राइवर थे और मां गृहणी। परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी लेकिन बलजीत के मन में बचपन से ही कुछ अलग करने का जज्बा था। वह बचपन से ही फिजिकल फिटनेस, खेलकूद में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने वालों में से थीं।
बता दें की बलजीत कौर ने अपनी स्कूली शिक्षा पूरी कर ली तो उन्होंने शहर जाकर पढ़ाई करने का मन बनाया। बेटी की इच्छा को देखते हुए अभिभावकों ने भी उनका पूरा सहयोग किया। लेकिन प्रतिदिन गाँव से कॉलेज जाना उनके लिए काफी मुश्किल होता जर रहा था। सफलता टॉक में साक्षात्कार के दौरान उन्होंने बताया कि, “जब मैंने घर से बाहर रहकर पढ़ाई करने का प्रस्ताव मां के सामने रखा तो वह मेरी इस बात के लिए भी तैयार हो गईं लेकिन उस वक्त हमारे पास इतना पैसा नहीं था कि शहर में रहने का खर्च उठा सकें। तब मेरी मां ने अपने सारे गहने बेच दिए और उससे मिलने वाली रकम से मुझे अपने सपने पूरे करने का मौका दिया।”
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