प्रधानमंत्री मोदी ने 76,000 करोड़ रुपये वधावन बंदरगाह परियोजना की रखी आधारशिला…
महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के पालघर जिले में दहानू कस्बे के पास वाले वधावन बंदरगाह परियोजना की आधारशिला रखी । बता दें कि यह बंदरगाह भारत के सबसे बड़े गहरे पानी के बंदरगाहों में से एक बनने वाला है, जिसकी कुल परियोजना लागत 76,220 करोड़ रुपये है। जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह प्राधिकरण और महाराष्ट्र समुद्री बोर्ड के बीच एक संयुक्त उद्यम वधावन बंदरगाह भारत के समुद्री बुनियादी ढांचे को बढ़ाएगा। इसमें 9 कंटेनर टर्मिनल, 4 बहुउद्देशीय बर्थ, 4 लिक्विड कार्गो बर्थ, एक रो-रो बर्थ और 20 मीटर की गहराई वाला एक तटरक्षक बर्थ होगा, जो 24,000 टीईयू तक के जहाजों को संभाल सकेगा।
महाराष्ट्र और भारत के लिए व्यापार और औद्योगिक विकास का केंद्र बनेगा
मोदी ने इस दिन को महाराष्ट्र और भारत के विकास के लिए ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा, “वधावन बंदरगाह देश का सबसे बड़ा कंटेनर बंदरगाह होगा और इसे दुनिया के गहरे पानी के बंदरगाहों में गिना जाएगा। यह महाराष्ट्र और भारत के लिए व्यापार और औद्योगिक विकास का केंद्र बनेगा। भारतीय समुद्री क्षेत्र कई मापदंडों पर वैश्विक स्तर पर शीर्ष क्षेत्रों में से एक के रूप में उभरा है, और मुझे विश्वास है कि हम जल्द ही दुनिया के शीर्ष 10 समुद्री क्षेत्रों में शामिल होंगे।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “आज पूरी दुनिया वधावन पोर्ट की ओर देख रही है। दुनिया में बहुत कम पोर्ट वधावन पोर्ट की 20 मीटर की गहराई से मेल खा सकते हैं।” उन्होंने कहा कि पश्चिमी फ्रेट कॉरिडोर और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से पोर्ट की कनेक्टिविटी साल भर कार्गो प्रवाह को सुविधाजनक बनाएगी, जिससे महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था को लाभ होगा।