October 10, 2024

Paris Olympics 2024 :12 साल के इंतजार को खत्म करके मनु भाकर ने रचा इतिहास…

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Paris Olympics 2024 : पेरिस ओलंपिक में चल रहे प्रतियोगिता जो 26 जुलाई से 11 अगस्त तक चलने वाली खेलों में 28 जुलाई को मनु भाकर ने कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचा है। जो हरियाणा की रहने वाली है। 22 साल की इस निशानेबाज ने चेटरौक्स शूटिंग सेंटर में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल में तीसरा स्थान हासिल करने के बाद इन खेलों में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला निशानेबाज बनीं।

टोक्यो में जीत न मिलने के बाद, तीन साल बाद भारत की इस सबसे प्रसिद्ध और प्रतिभाशाली निशानेबाजों में से एक ने अपने सपनों को पूरा किया और देश को गौरवान्वित किया। उन्होंने जबरदस्त प्रदर्शन के साथ कांस्य पदक अपने नाम किया। महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा का स्वर्ण और रजत पदक दक्षिण कोरिया की दो खिलाड़ियों ने जीता। ओह ये जिन 243.2 के स्कोर के साथ स्वर्ण पदक और किम येजी ने 241.3 के स्कोर के साथ रजत पदक अपने नाम किया।


भारत के पदक के 12 साल के सूखे को खत्म किया

मनु भाकर क्वालिफिकेशन राउंड में भी तीसरे स्थान पर रही। साथ ही शूटिंग में भारत के पदक के 12 साल के सूखे को भी खत्म किया। 2012 लंदन ओलंपिक में गगन नारंग और विजय कुमार ने शूटिंग में पदक जीता था। यह शूटिंग में भारत का पांचवां पदक है। मनु से पहले चारों एथलीट्स पुरुष थे। जिसमे राज्यवर्धन सिंह राठौड़, अभिनव बिंद्रा, गगन नारंग और विजय कुमार के क्लब में शामिल हो गईं।

एशियाई खेलों की टीम में नहीं थीं शामिल

मनु भाकर ने नौ माह पहले तक 10 मीटर एयर पिस्टल की भारतीय टीम में भी शामिल नहीं थीं। बीते वर्ष वह हांगझोऊ एशियाई खेलों में खेलीं, लेकिन इस इवेंट की टीम में नहीं थीं। यह वह इवेंट है जो उनके दिल के सबसे करीब है। एशियाड से पहले मनु भाकर ने कोच जसपाल राणा का हाथा थामा और अपने खेल में निपुण होते चले गयी और 10 मीटर एयर पिस्टल में वापस प्रभुत्व स्थापित करने में सफल रही। एशियाड के बाद मनु का समर्पण और जसपाल का साथ काम आया। मनु ने न सिर्फ 10 मीटर एयर पिस्टल की ओलंपिक टीम में जगह बनाई बल्कि शनिवार को क्वालिफाइंग मुकाबले में 580 का विश्वस्तरीय स्कोर कर तीसरे स्थान पर रहते हुए इस इवेंट के फाइनल में भी जगह बनाई।

16 साल की उम्र में मनु ने आईएसएसएफ विश्व कप में भारत का किया था

प्रतिनिधित्व

मनु कभी कबड्डी के मैदान में उतरीं तो कभी कराटे में हाथ आजमाया। शूटिंग को प्राथमिक रूप से चुनने से पहले मनु ने स्केटिंग, मार्शल आर्ट्स, कराटे, कबड्डी सब खेला। 16 साल की उम्र में मनु ने 2018 में आईएसएसएफ विश्व कप में भारत का प्रतिनिधित्व किया और दो स्वर्ण पदक जीते। उसी साल राष्ट्रमंडल खेलों और यूथ ओलंपिक खेलों में हिस्सा लिया। दोनों प्रतियोगिताओं में मनु ने स्वर्ण पदक हासिल किया।

पेरिस ओलंपिक के दूसरे दिन मनु भाकर के कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया. दूसरे दिन भारत को महिला तीरंदाजी टीम से भी पदक की उम्मीद थी, लेकिन महिला टीम ने निराश किया और तीरंदाजी टीम क्वार्टर फाइनल में नीदरलैंड्स के खिलाफ हार गई, तीसरे दिन भारत के लिए पी वी सिंधु ने दिन के पहले इवेंट में जीत दर्ज की थी, तो दिन के आखिरी मैच में हरमीत देसाई ने हार का सामना किया.

मनु ने जीता ब्रॉन्ज मेडल

पेरिस ओलंपिक के दूसरे दिन की सबसे अच्छी खबर भारत के लिए निशानेबाजी से आई, जब मनु भाकर ने 10 मीटर एयर राइफल का ब्रॉन्ज अपने नाम किया। ओलंपिक इतिहास में भारत के लिए निशानेबाजी में पदक जीतने वाली मनु, पहली महिला हैं। इसके अलावा मनु ने 12 साल बाद निशानेबाजी में भारत को मेडल दिलाया है। भारत के लिए मनु की जीत के तुरंत बाद एक और खुशखबरी आई।

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