February 11, 2025

फाउंडेशन कोर्स के सातवें दिन छात्रों ने जाना, तनाव प्रबंधन के तरीके, सूचना प्रौद्योगिकी और कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग व ऑनलाइन संसाधनों तक पहुँच के बारे में…

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नवा रायपुर। श्री रावतपुरा सरकार इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च कॉलेज में चल रहे फाउंडेशन कोर्स के सातवें दिन छात्रों ने तनाव प्रबंधन और जोखिम लेने के व्यवहार का महत्व और तरीके, नीडल स्टिक के चोटों के प्रति उचित प्रतिक्रिया, साथ ही सूचना प्रौद्योगिकी और कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग व ऑनलाइन संसाधनों तक कैसे पहुँचा जाये और अपनी कार्यप्रणाली को और अधिक सुविधाजनक कैसे बनाया जाये ?

तनाव प्रबंधन और जोखिम लेने के व्यवहार का महत्व और तरीके

वर्तमान समय में बदलते जीवन शैली के साथ मानसिक स्वास्थ्य में तनाव भी बढ़ता जा रहा है जिसका प्रबंधन भी बहुत आवश्यक है जिससे मानसिक स्वास्थ्य में सुधार हो। जब हम अपने तनाव को नियंत्रित करते हैं, तो यह चिंता और अवसाद के स्तर को कम करता है। डॉ आकाश नेमा ने बताया कि लंबे समय तक तनाव से शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। तनाव प्रबंधन से दिल की बीमारियों, उच्च रक्तचाप, और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम कम होता है। तनाव को सही तरीके से प्रबंधित करने से कार्यकुशलता बढ़ती है। यह हमें बेहतर निर्णय लेने और जोखिम लेने के व्यवहार में संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। तनाव कम करने से व्यक्तिगत और व्यावसायिक संबंध बेहतर होते हैं। हम अपने परिवार और दोस्तों के साथ अधिक समय बिता पाते हैं और उनके साथ बेहतर संबंध स्थापित कर पाते हैं।


नीडल स्टिक की चोटों के प्रति उचित प्रतिक्रिया कैसे प्रदर्शित करें ?

जब किसी व्यक्ति को किसी सुई या तेज धार वाले उपकरण से चोट लगती है, खासकर स्वास्थ्य सेवाओं में काम करने वाले व्यक्तियों को। इन चोटों के प्रति उचित प्रतिक्रिया महत्वपूर्ण है ताकि संक्रमण और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से बचा जा सके। चोट के प्राथमिक उपचार में सबसे पहले, घायल स्थान को साबुन और पानी से अच्छी तरह धो लें। यह संक्रमण के जोखिम को कम करता है। यदि चोट गहरी है या खून बह रहा है, तो इसे साफ कपड़े से ढकें और दबाव डालें।

इसके बाद तुरंत एक चिकित्सक से संपर्क करें। चिकित्सा पेशेवर उचित परीक्षण और उपचार की सलाह देंगे। चोट के समय और उपकरण की स्थिति के बारे में जानकारी प्रदान करें। साथ ही यह सुनिश्चित करें कि आपकी टीकाकरण स्थिति सही है, विशेष रूप से हेपेटाइटिस बी और अन्य संभावित संक्रमणों के लिए। यदि आपकी स्थिति सही नहीं है, तो डॉक्टर से टीकाकरण की के बारे में बात करे ।

सूचना प्रौद्योगिकी और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के उपयोग का किया गया वर्णन

सूचना प्रौद्योगिकी के बारे में बताते हुए कहा कि कंप्यूटर, नेटवर्क, सॉफ्टवेयर, और डेटा प्रबंधनआज के समय की मांग है इसका उपयोग अलग- अलग क्षेत्रों में किया जाता है। जिसमे से डेटा प्रबंधन, ऑनलाइन मार्केटिंग, और क्लाउड कंप्यूटिंग के माध्यम से व्यवसायों को तेजी से निर्णय लेने में मदद मिलती है। ग्राहक संबंध प्रबंधन सिस्टम के माध्यम से ग्राहकों के साथ बेहतर संबंध स्थापित करने भी मदद मिलती है। छात्रों के लिए ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म और ऑनलाइन कोर्सेस के माध्यम से शिक्षा का व्यापक प्रसार किया जा रहा है। जो छात्रों और शिक्षकों के बीच डिजिटल संचार को बढ़ावा देना।

साथ ही स्वास्थ्य क्षेत्र में रोगी डेटा का प्रबंधन, टेलीमेडिसिन, और स्वास्थ्य एप्लिकेशन के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार में मदद किया जा रहा है। जिससे स्वास्थ्य रिकॉर्ड को डिजिटल बनाकर उपचार में तेजी लाया जा सके। सरकारी कार्यो में ई-गवर्नेंस के माध्यम से नागरिकों को सेवाएं प्रदान करना, जैसे कि ऑनलाइन फॉर्म भरना और रजिस्ट्रेशन करना जैसे कार्यो में आसानी हो जाती है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) कंप्यूटर विज्ञान की एक शाखा है जो मशीनों को मानव जैसे बुद्धिमान कार्य करने की क्षमता प्रदान करती है। जिसका उपयोग ग्राहक सेवा में चैटबॉट्स का उपयोग करके 24/7 समर्थन प्रदान करने में किया जाता है। डेटा एनालिसिस और पूर्वानुमान में मदद के लिए मशीन लर्निंग एल्गोरिदम का उपयोग करना। साथ ही स्वास्थ्य के क्षेत्र में रोगों की पहचान और निदान के लिए AI-आधारित टूल्स, जैसे इमेज एनालिसिस में किया जा रहा है। व्यक्तिगत उपचार योजनाओं का निर्माण करने में सहायता।

ऑनलाइन संसाधनों तक पहुँच

ऑनलाइन संसाधन आज के डिजिटल युग में जानकारी और ज्ञान प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम बन गए हैं। ये संसाधन विभिन्न प्रकार के होते हैं, जैसे कि शैक्षणिक लेख, ई-पुस्तकें, वेबसाइट, वीडियो ट्यूटोरियल, और बहुत कुछ। ऑनलाइन संसाधनों तक पहुँचने के लिए कई तरीके है, जिसके बारे में सुमित जैन ने बताया कि सर्च इंजन का उपयोग करके Google, Bing, Yahoo जैसे सर्च इंजनों का उपयोग करके आप किसी विशेष विषय पर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। बस कीवर्ड टाइप करें और संबंधित परिणामों की सूची देखने को मिल जाती है । YouTube, Vimeo जैसे वीडियो प्लेटफॉर्म पर ट्यूटोरियल, व्याख्यान, और शैक्षणिक वीडियो मिलते हैं। जिससे किसी भी विषय को समझने में आसानी होती है।

किसी विषय विशेष की जानकारी प्राप्त करने के लिए विभिन्न वेबसाइटें और ब्लॉग्स पढ़ें। ये कई बार व्यक्तिगत अनुभव और जानकारी का अच्छा स्रोत हो सकते हैं। हमेशा सुनिश्चित करें कि आप जिस स्रोत से जानकारी ले रहे हैं, वह विश्वसनीय है। शैक्षणिक संस्थानों, सरकारी वेबसाइटों, और प्रसिद्ध प्रकाशकों की सामग्री के माध्यम से ही परिणामो तक पहुंचे । ऑनलाइन संसाधनों के साथ काम करते समय समय का सही प्रबंधन करें। ध्यान रखें कि अधिक जानकारी कभी-कभी आपको भ्रमित कर सकती है, इसलिए लक्ष्य निर्धारित करें और उन्हें पूरा करने पर ध्यान दें। क्विज़, वेबिनार, और ऑनलाइन कार्यशालाएँ भागीदारी और सीखने के लिए उत्कृष्ट माध्यम हैं। इनका उपयोग करके आप अपनी समझ को बढ़ा सकते हैं।

इस सफल आयोजन के लिए श्री रावतपुरा सरकार इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च कॉलेज डीन कुंदन गेडाम व श्री रावतपुरा सरकार ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन के  कार्यकारी निदेशक एस एस बजाज ने शुभकामनाएं दी।

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