September 17, 2024

मध्यप्रदेश गारमेंट इंडस्ट्री के लिए है सर्वाधिक सुटेबल डेस्टिनेशन : मुख्यमंत्री डॉ. यादव…

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भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश निवेशकों और उद्योगपतियों के लिये रेडीमेड गारमेंट का सर्वाधिक सुटेबल डेस्टिनेशन है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में कपास की बुआई के रकबे में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। यहाँ का कॉटन सबसे बेहतरीन है। यही कारण है कि मध्यप्रदेश के इंदौर में वर्षों पूर्व कॉटन मिल्स का बोलवाला रहा है। मध्यप्रदेश देश के मध्य में होने से पूरे देश में ट्रांसर्पोटेशन के लिये इसकी कनेक्टेविटी और अधिक उपयोगी बनाती है। राउंड-टेबल मीट में गारमेंट सेक्टर की अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर की कंपनियों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।

रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे

मुख्यमंत्री डॉ. यादव बेंगलुरु में इन्वेस्ट मध्यप्रदेश रोडशो में रेडीमेड गारमेंट पर केंद्रित राउंडटेबल मीट में संवाद कर रहे थे। उन्होंने मीटिंग में राज्य में गारमेंट इंडस्ट्री डेवलपमेंट के लिये निवेशकों के साथ सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश रेडीमेड गारमेंट इंडस्ट्री के लिए सूटेबल डेस्टिनेशन के रूप में अपनी पहचान बना रहा है। वर्तमान में कई प्रमुख कंपनियाँ, जैसे बेस्ट कॉर्प और गोकलदास, राज्य में निवेश कर रही हैं। रेडीमेड इंडस्ट्री में निवेश से मध्यप्रदेश की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी। राज्य में रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे और आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी।


क्षेत्रीय विकास को गति मिलेगी

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रमुख परिधान कंपनियों की उपस्थिति से राज्य में औ‌द्योगिक बुनियादी ढांचे में सुधार होगा। इससे नई उत्पादन इकाइयों और फैक्ट्रियों की स्थापना को बढ़ावा मिलेगा, जिससे क्षेत्रीय विकास को गति मिलेगी। यह राज्य को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में सशक्त बनाएगा। इन सभी प्रयासों से निवेश के लिए सकारात्मक माहौल बनेगा।

परिधान पर केंद्रित राउंडटेबल मीटिंग में निवेशकों और उद्योगपतियों ने कपास उत्पादन और परिधान निर्माण के क्षेत्र में प्रदेश में संभावना और अवसर पर विचार रखें। कैपिटल जेनरेशन, स्किल डेवलेपमेंट, स्टोरेज और लॉजिस्टिक हब, स्पिनिंग मिल, अनुमति और सुविधाओं आदि विषयों पर सुझाव दिए गए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि निवेशकों और उद्योगपतियों के सुझावों पर सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हुए नीतिगत बदलाव और सुधार किए जायेंगे।

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