जल जगार : जल संरक्षण के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा दो दिवसीय जल जगार महा उत्सव का हुआ धूमधाम से आयोजन…
धमतरी। रविशंकर जलाशय गंगरेल में आयोजित दो दिवसीय जल जगार महा उत्सव के दूसरे दिन रायपुर सहित प्रदेश के अन्य जिलों से प्रतिभागी और लोग पहुँचे। इस दौरान सबमें जल ओलंपिक को लेकर भारी उत्साह देखने को मिला। यहाँ पहुँचे लोगों ने कयाकिंग, स्वींमिंग, बनाना राईड, फ्री स्टाईल स्वीमिंग, फ्लैग् रैन, थ्रो रो, रिवर क्रॉसिंग आदि का भरपूर आनंद लिया।
जल है तो कल है
इस अवसर पर रायपुर के संजय बच्चानी, अमित गोयल, राकेश ने धमतरी में जल संरक्षण के लिए की गयी पहल विशेषकर सामुदायिक सहभागिता से किए गए प्रयास और उसके परिणाम को खूब सराहा। प्रतिभागियों का मानना है कि यह केवल शासन-प्रशासन की ज़िम्मेदारी नहीं, बल्कि पूरे समाज की ज़िम्मेदारी है कि जल संरक्षण के लिए जागरूक हों और पानी की हर बूँद को बचाने की कोशिश करें। उन्होंने कहा कि गिरते भूजल स्तर, पेड़ों की कटाई, सॉइल इरोशन सब विषयों पर चिंता करते हुये भविष्य के लिए जल और पर्यावरण संरक्षण हेतु वॉटर हार्वेस्टिंग संरचनायें, पौधारोपण की दिशा में काम करना चाहिए।
यहाँ जल ओलंपिक में बिलासपुर से आए वेदांत वर्मा ने बताया कि तैराकी उनका शौक़ है, इसलिए जल ओलंपिक में वे हिस्सा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण के लिए सभी को आगे आना चाहिए, क्योंकि जल है तो कल है। ज़िला प्रशासन ने जल जगार महा उत्सव में जल ओलंपिक के लिए गंगरेल बांध में प्रतिभागियों के लिए लाइफ जैकेट, मेडिकल किट सहित सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए हैं।
पानी के महत्व को बताने एवं संरक्षण की दिशा में अहम प्रयास है
धमतरी के पंडित रविशंकर जलाशय गंगरेल बांध में प्रदेश के सबसे बड़े जल महोत्सव जल जगार का शुभारंभ हो गया है। बांध के तट पर स्थित बरदिहा लेक रिजॉर्ट में आज सुबह कलेक्टर नम्रता गांधी की मौजूदगी में आजीविका महाविद्यालय धमतरी के टूरिस्ट गार्ड सदस्य माधव सिंह ने वाटर बैलेंसिंग स्पोर्ट्स में भाग लेकर जल ओलंपिक की शुरुआत की। उन्होंने गंगरेल के पानी में बनाए गए बैलेंसिंग स्ट्रक्चर पर लहरों की बीच चलकर दोनों हाथों से समन्वय बनाने का प्रयास किया। इसके बाद थ्रो रो इवेंट में नरहरा जलप्रपात जल प्रबंधन समिति की टूरिस्ट गाइड महिलाओं ने पानी में रस्साफेंक प्रतियोगिता में लिया भाग। समिति की 3 सदस्य सजवन, गणेश्वरी एवं टिकेश्वरी ने उत्साह के साथ नई प्रकार की गतिविधि में शामिल हुई।
जल संरक्षण की दिशा में काम कर रही समिति के सदस्यों ने बताया कि सरकार द्वारा विशेष प्रयास के तहत लोगों को जल जागरुकता की दिशा में आगे बढ़ाने जल जगार महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। जो कि पानी के महत्व को बताने एवं संरक्षण की दिशा में अहम प्रयास है। इस कार्यक्रम में जल से संबंधित कयाकिंग, स्वींमिंग, बनाना राईड, फ्री स्टाईल स्वीमिंग, फ्लैग् रैन, थ्रो रो, रिवर क्रॉसिंग जैसी प्रतियोगिता आयोजित किए जा रहे है। जिसका आनंद दर्शकगण पूरे परिवार के साथ उठा रहे है। जल जगार महोत्सव के लिए गंगरेल बांध में लाइफ जैकेट, मेडिकल किट सहित सुरक्षा के पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित किए गए है। कार्यक्रम स्थल को जल जागरुकता से युक्त स्लोगन, कविता आदि से युक्त बैनर पोस्टरों से सजाया गया है।
प्रतियोगिता केेे आयोजन से गंगरेेल बांध का तट आकर्षक एवं मनोरम हो गया है। विशाल जलसंग्रह में विभिन्न प्रकार के जेटस्की, बनाना राइड बोट, कयाकिंग नाव आदि की व्यवस्था की गई है। जिसमे प्रतिभागी उत्साह के साथ भाग ले रहे है।