मदर टेरेसा कॉलेज ऑफ नर्सिंग, कुम्हारी में दीप प्रज्वलन समारोह का भव्य आयोजन

कुम्हारी। मदर टेरेसा कॉलेज ऑफ नर्सिंग, कुम्हारी में दीप प्रज्वलन समारोह का भव्य आयोजन पूज्य श्री रवि शंकर महाराज जी के आशीर्वाद से किया गया। इस गरिमामयी कार्यक्रम की शोभा कार्यकारी निदेशक एस. एस. बजाज ने बढ़ाई। इस कार्यक्रम का संचालन कैंपस डायरेक्टर डॉ. प्रीति गुर्नानी एवं नर्सिंग कॉलेज की प्राचार्य डॉ. वर्निश के मार्गदर्शन में हुआ।
इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में पीजी कॉलेज ऑफ नर्सिंग, भिलाई की प्रोफेसर डॉ. सुशीला बायस उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का संचालन डॉ. फिबिना चिलाटे (वाइस प्रिंसिपल) एवं अलीश सैमुअल (एसोसिएट प्रोफेसर) ने अत्यंत कुशलता एवं ऊर्जा के साथ किया, जिससे पूरा कार्यक्रम सुचारू रूप से संपन्न हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत छत्तीसगढ़ गान “अरपा पैरी के धार” से हुई, जिसके बाद दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना का आयोजन किया गया। यह आयोजन बीएससी नर्सिंग प्रथम सेमेस्टर के छात्रों द्वारा प्रस्तुत किया गया, जिसने माहौल को भक्तिमय बना दिया। इसके पश्चात बीएससी नर्सिंग प्रथम सेमेस्टर के छात्रों द्वारा प्रस्तुत शानदार स्वागत नृत्य ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
डॉ. सुशीला बायस का स्वागत डॉ. वर्निश कुमार मैडम द्वारा पौधारोपण एवं मोमेंटो प्रदान कर किया गया। डॉ. सुशीला बायस ने अपने प्रेरणादायक अनुभव साझा किए और नर्सिंग के महत्व पर प्रकाश डाला। इसके बाद, डॉ. वर्निश कुमार का स्वागत डॉ. फिबिना चिलाटे द्वारा किया गया और डॉ. फिबिना चिलाटे मैडम का स्वागत डॉ. नीलम साहू द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में विभिन्न सेमेस्टर के विद्यार्थियों – प्रथम, द्वितीय, तृतीय, चतुर्थ, पंचम एवं षष्ठम वर्ष के छात्रों ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। प्राचार्या डॉ. वर्निश कुमार ने कॉलेज की उल्लेखनीय उपलब्धियों पर विस्तृत प्रकाश डाला और छात्रों को प्रेरित किया। दीप प्रज्वलन समारोह नर्सिंग के पवित्र पेशे में छात्रों के प्रवेश का प्रतीक है। यह पल सभी बीएससी नर्सिंग छात्रों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण था, क्योंकि यह उनके जीवन में प्रकाश के महत्व को दर्शाता है।
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में एमएससी नर्सिंग एवं पोस्ट बेसिक नर्सिंग के सभी बैचों के लिए दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का समापन अलीश सैमुअल द्वारा दिए गए हार्दिक धन्यवाद ज्ञापन एवं राष्ट्रगान के साथ हुआ। अंत में सभी ने “शुक्रिया एव्रीवन” के मधुर शब्दों के साथ इस अद्भुत समारोह को समाप्त किया।