January 19, 2025

छत्तीसगढ़ को देश में स्वच्छता में मिला तीसरा स्थान…  

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स्वच्छता सर्वेक्षण :  स्वच्छ सर्वेक्षण रैंकिंग अभ्यास भारत सरकार की एक गतिविधि है जिसका उद्देश्य राज्यों एवं शहरी स्थानीय निकायों द्वारा स्वच्छता प्रयासों के स्तरों का आकलन समयबद्ध और नवाचार तरीके से करना है तथा पिछले स्वच्छ सर्वेक्षण के बाद अर्जित की गई बेहतरी, जिनके परिणामों की घोषणा इस वर्ष जनवरी में की गई, को दर्ज करना है और इसके अतिरिक्त, यह स्वच्छता स्तरों के संबंध में दूसरों के मुकाबले नगरों को श्रेणीबद्ध करने में भी मदद करना है।

स्वच्छ सर्वेक्षण का उद्देश्‍य

स्वच्छ सर्वेक्षण का उद्देश्‍य कस्‍बों और शहरों को रहने का बेहतर स्‍थान बनाने की ओर मिलकर बहुसंख्‍या में भागीदारी को बढ़ावा देना तथा समाज के सभी वर्गों में जागरूकता पैदा करना है । इसके अतिरिक्‍त सर्वेक्षण से शहरों को स्‍वच्‍छ बनाने में और नागरिकों को सेवाएं प्रदान करने में सुधार करने एवं शहरों और कस्‍बों में एक स्‍वस्‍थ प्रतिस्‍पर्धा को जागृत करना है। स्वच्छ सर्वेक्षण जनवरी 2016 में शुरू किया गया था भारत के 73 प्रमुख शहरों में स्वच्छता और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन स्थिति (भारत की कुल शहरी आबादी का 40% शामिल) का आकलन करने के लिए-10लाख से ऊपर की आबादी के साथ 53 शहर और प्रत्येक राज्यों की राजधानियाँ।


छत्तीसगढ़ राज्य को स्वच्छता में मिला देश में तीसरा स्थान

छत्तीसगढ़ को स्वच्छ सर्वेक्षण रैंकिंग में देश में तीसरा स्थान मिला है। साथ ही केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 में महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के बाद देश के तीसरे सबसे साफ-सुथरे राज्य का दर्जा मिला है । जहां दिल्ली के भारत मंडपम में यह कार्यक्रम आयोजित  किया गया, जिसमे सभी राज्यों के मंत्रियों को रैंकिंग के हिसाब से पुरुष्कृत किया गया । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उप-मुख्यमंत्री व नगरीय प्रशासन व विकास मंत्री अरुण साव  को यह पुरुष्कार दिया गया । बता दे कि विभिन्न मापदंडो के अन्तर्गत शहरी स्वच्छता का आकलन लिया जाता है । भारत सरकार द्वारा आवासन व शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा हर साल देश भर के सभी शहरो व राज्यों के मध्य यह आयोजन किया जाता है ।

राजधानी को भी मिला 5 स्टार रेटिंग

रायपुर छत्तीसगढ़ का पहला शहर है जिसे दो सम्मान मिले है, पहला सम्मान कचरा मुक्त शहर के लिए और दूसरा वाटर प्लस सर्टिफिकेट दिया गया है ।और रायपुर को पूरे प्रदेश में सबसे स्वच्छ शहर की श्रेणी में लिया गया है । साथ ही गारबेज फ्री सिटी के तहत राजधानी को यह रेटिंग दी गयी है ।  और राज्यों को आगे भी साफ सुथरा साथ ही और भी बेहतर बनाने के लिए प्रेरित किया गया ।

7 वी बार इंदौर रहा आगे

स्वच्छता सर्वेक्षण में एक लाख से अधिक आबादी वाले शहरो में  इंदौर  7 वी  बार सबसे स्वच्छ शहर की श्रेणी  में बना हुआ है साथ ही इंदौर के साथ सूरत भी संयुक्त विजेता बन गया है । और भोपाल देश की स्वच्छ राजधानी बनी है ।30 साल बाद सूरत ने स्वच्छता  में पहला दर्जा हासिल किया है

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