छत्तीसगढ़ में बनेगा बीसीसीआई (BCCI) का पहला क्रिकेट स्टेडियम…
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में प्रदेश का दूसरा और बीसीसीआई से संचालित होने वाला पहला इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम बनाया जाएगा। बीसीसीआई ने क्रिकेट संघ को इसकी मंजूरी दे दी है।छत्तीसगढ़ में दूसरा इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम बनने वाला है । यह स्टेडियम बिलासपुर में बनेगा । इसके लिए स्टेट क्रिकेट संघ के प्रस्ताव को बीसीसीआई ने मंजूरी दे दी है। स्टेडियम के लिए जगह तलाशने के निर्देश क्रिकेट संघ को दिए गए हैं। खास बात यह है कि प्रदेश में बीसीसीआई का यह पहला स्टेडियम होगा ।
क्रिकेट संघ को मिली निर्माण की जिम्मेदारी
छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ को सात साल पहले यानी 2016 में स्थायी सदस्यता और रणजी की मान्यता मिली थी। इसके बाद से लोगों को उम्मीद थी की बिलासपुर में भी बीसीसीआई का एक इंटरनेशनल स्टेडियम नजर आएगा। मैदान और उसके पवेलियन व अन्य सुविधाओं के लिए 15 से 20 एकड़ जमीन या उससे ज्यादा जमीन की जरूरत होगी । ताकि इसमें स्टेट लेबल, रणजी लेवल, टी-20 और टेस्ट मैच हो सकें। मैदान की बाउंड्री 80 से 85 मीटर तक होगी। मैच फॉर्मेट के साथ मैदान की बाउंड्री को छोटा-बड़ा किया जाएगा, जैसे कि एक इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में सुविधा रहती है । फिलहाल जिला प्रशासन 10 से 15 किलोमीटर के भीतर जमीन खोजने का काम तेजी से शुरू कर दिया है। जमीन मिलने के बाद स्टेडियम का निर्माण और सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा।
जमीन के लिए है ये शर्ते
छत्तीसगढ़ का दूसरा इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम बिलासपुर में बनेगा। स्टेट क्रिकेट संघ के प्रस्ताव को बीसीसीआई ने स्वीकृति दे दी है। स्टेडियम के लिए जगह तलाशने के निर्देश क्रिकेट संघ को दिए गए हैं। कि रायपुर में शहीद वीर नारायण सिंह इंटरनेशनल स्टेडियम राज्य सरकार ने बनवाया है। इसके प्रबंधन में राज्य के कई विभागों का दखल है। इसके चलते कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अब बिलासपुर में बनने वाला स्टेडियम पूरी तरह से बीसीसीआई द्वारा संचालित किया जाएगा। बताया गया है कि जमीन के लिए कुछ शर्ते भी तय की गई है, जिसमें जमीन नए मास्टर प्लान से बाहर होनी चाहिए, आवासीय, इंडस्ट्रियल व कॉमर्शियल जमीन नहीं होनी चाहिए, भूखंड पर हाईटेंशन तार, नहर, नाला, धार्मिक स्थल, समाधि-कब्र आदि नही होना चाहिए। जमीन किसी बैंक या अन्य संस्थानों में गिरवी नहीं होनी चाहिए।