शी – हब से मिलेगा महिलाओं को हुनर दिखाने का मौका, साथ ही वित्तीय सहायता का भी अवसर…
रायपुर। महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने और महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए रायपुर जिला प्रशासन ने मैत्रिय स्कूल के साथ मिलकर “She Hub” कार्यक्रम प्रारंभ किया। इस कार्यक्रम के अंतर्गत “जीरो से वन” फॉर्मूला के आधार पर महिला उद्यमियों के लिए गतिवर्धक कार्यक्रम संचालित हो रहा है।उद्यमिता से जुड़ी महिलाएँ https://maytreeai.com/she-hub/ लिंक पर अपना आवेदन कर इस कार्यक्रम से जुड़ सकते हैं ।
कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह ने कहा कि रायपुर जिला प्रशासन का लक्ष्य महिला उद्यमियों हेतु एक श्रेष्ठ व उत्कृष्ट स्टार्टअप इकोसिस्टम रायपुर राजधानी में निर्मित करने का है। यह प्रतिबद्धता राजधानी में नवाचार कार्यक्रम एवं कार्यों को प्रोत्साहित करने, संशाधनों की सुविधा प्राप्त करने हेतु सहयोग तथा मार्गदर्शन प्रदान करना है। एक समावेशी विकास हेतु उपयुक्त वातावरण तैयार करते हुए प्राथमिकता से महिला उद्यमियों को सशक्त करने हेतु आवश्यक प्लेटफार्म तथा मार्गदर्शन प्रदान करना है। उद्यमिता के क्षेत्र में आर्थिक विकास और समृद्धि को निर्धारित करने के लिए यह कार्यक्रम प्रतिबद्ध है।
क्या है कानून ?
न्यूनतम तीन वर्षों के रजिस्ट्रेशन के साथ एक कानूनी संस्था बनें। स्व-सहायता समूहों (एसएचजी) के साथ थ्रिफ्ट और सेविंग प्रोग्राम का अनुभव होना। महिला उद्यमियों के लिए आय उत्पादन गतिविधियों में संलग्न रहें। महिलाओं के लिए सूक्ष्म-उद्यम विकास करने के लिए बुनियादी ढांचा, योग्य सहायता कर्मचारी और सेवाएं देना हैं।
भारत में महिला उद्यमिता
उद्यमियों के रूप में महिलाओं की बढ़ती उपस्थिति के कारण देश में महत्वपूर्ण व्यवसाय और आर्थिक विकास हुआ है। देश में रोजगार के अवसर पैदा करके, जनसांख्यिकीय परिवर्तन लाकर और महिला संस्थापकों की अगली पीढ़ी को प्रेरित करके महिलाओं के स्वामित्व वाले व्यवसाय उद्यम समाज में प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं।
देश में संतुलित विकास के लिए महिला उद्यमियों के सतत विकास को बढ़ावा देने की दृष्टि से, स्टार्टअप इंडिया भारत में पहलों, योजनाओं, नेटवर्क और समुदायों को सक्षम बनाने और स्टार्टअप इकोसिस्टम में विविध हितधारकों के बीच भागीदारी को सक्रिय करने के माध्यम से महिला उद्यमिता को मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.
कार्यक्रम से महिलाओं को होने वाले मुख्य लाभ
- इक्विटी फ्री समर्थन
- शीर्ष उद्योग पतियों द्वारा मेंटरशिप
- प्रशिक्षण और मार्गदर्शन
- संस्थापकों, उद्योग विशेषज्ञों तक पहुंच एवम मार्गदर्शन
- बड़े स्टार्टअप फाउंडर्स से नेटवर्किंग
- विभिन्न सरकारी पहलों के माध्यम से वित्तीय समर्थन
- निजी एंजेल्स और वेंचर कैप्टलिस्ट से तकनीकी रूप से 1 करोड़ रुपये तक का वित्तीय समर्थन (मूल्यांकन एवं सिलेक्शन के आधार पर)
- गो-टू-मार्केट रणनीति समर्थन।
और कहा कि यह कार्यक्रम महिला उद्यमियों के सशक्तिकरण एवं विकास हेतु रायपुर जिला प्रशासन एवं नगर निगम द्वारा मैत्रिय स्कूल के सहयोग से प्रारंभ किया जाता है।