केरल की पहली एआई टीचर आईरिस स्कूली बच्चों को देगी शिक्षा…
केरल । आज के समय में एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की धूम मची हुई है। इसके साथ ही कई क्षेत्रों में लोगों की एआई पर निर्भरता बढ़ती जा रही है। स्कूल-कॉलेजों में भी एआई विषयों की पढ़ाई पर फोकस किया जा रहा है। अब भारत के केरल राज्य को उसकी पहली एआई टीचर मिल गई है। केरल के एक स्कूल में एआई रोबोट टीचर आइरिस की नियुक्ति की गई है। इसके साथ ही देश-विदेश में खूब चर्चा में है।
हम सभी की जिंदगी डिजिटल उपकरणों के आस-पास घूम रही है। ज्यादातर घरों में सुबह का अलार्म भी मोबाइल फोन पर ही बजता है। दिन-रात विभिन्न कामों के लिए हम लोग ऐप्स और कंप्यूटर, लैपटॉप जैसे डिवाइसेस का इस्तेमाल करते हैं। आने वाले कुछ सालों में डिजिटलाइजेशन में कई बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे । कई रेस्त्रां में रोबोट खाना परोसते हैं, लेकिन अब एआई रोबोट स्कूली बच्चों को पढ़ाते हुए भी नजर आएंगे। तिरुवनंतपुरम में केटीसीटी हायर सेकेंडरी स्कूल में अनावरण किया गया ।
आखिर कौन हैं टीचर आइरिस?
एआई टीचर आइरिस एक ह्यूमनॉइड रोबोट है। जेनरेटिव एआई स्कूल टीचर पिछले महीने से केरल के केटीसीटी हायर सेकंडरी स्कूल में पढ़ा रही है। यह स्कूल स्टूडेंट्स के बीच काफी लोकप्रिय हो रही है. एआई रोबोट टीचर आइरिस भी अन्य शिक्षिकाओं की तरह साड़ी पहनकर आती है। इस रोबोट में कई खासियतें हैं। इसी वजह से पिछले कई दिनों से इसकी काफी चर्चा की जा रही है। एआई रोबोट को ‘मेकरलैब्स एडुटेक’ ने बनाया है।आइरिस सिर्फ केरल में ही नहीं, बल्कि पूरे देश की पहली जेनरेटिव एआई टीचर है। यह 3 प्रमुख भाषाओं में बातचीत कर सकती है। यह विद्यार्थियों के कठिन से कठिन सवालों के जवाब भी बेहद आसानी से दे सकती है। आइरिस का नॉलेज बेस चैटजीपीटी जैसे प्रोग्रामिंग से बनाया गया है। यह अन्य ऑटोमेटिक शिक्षण उपकरणों से ज्यादा व्यापक है।
क्या हैं विशेषताएं ?
मानव निर्मित आईरिस चार पहियों पर घूम सकती है। आईरिस के गले में माइक्रोफोन को एक हार के रूप में और बात करने के लिए इसमें स्पीकर भी लगाया गया है। यह गणित या विज्ञान जैसे विभिन्न विषयों के कठिन प्रश्नों का उत्तर दे सकती है। यह आपकी आवाज के मामले में आपको व्यक्तिगत मदद भी कर सकती है। आईरिस तीन अलग-अलग भाषाओं में बात कर सकती है। इसमें एक इंटेल प्रोसेसर और एक को-प्रोसेसर है, जो कई तरह के कमांड को संभालेगा।
- केरल ने शिक्षा को नया आकार देने वाले अत्याधुनिक जेनेरिक एआई शिक्षक आइरिस की शुरुआत की।
- आइरिस, भारत के पहले एआई शिक्षक, इंटरैक्टिव टूल के साथ अनुकूलित शिक्षण अनुभव प्रदान करते हैं।
- मेकरलैब्स का आइरिस केरल में शैक्षिक नवाचार के एक नए युग की शुरुआत करता है।
- केरल, जो शिक्षा के क्षेत्र में अपनी प्रगति के लिए जाना जाता है, ने अपने पहले जेनरेटर एआई शिक्षक, आइरिस को पेश करके एक और अभिनव कदम उठाया है। मेकरलैब्स एडुटेक प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से विकसित, आइरिस शिक्षा में कृत्रिम बुद्धिमत्ता के एकीकरण में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतीक है।
नीति आयोग द्वारा शुरू की गई अटल टिंकरिंग लैब (एटीएल) परियोजना के तहत निर्मित, आइरिस में पारंपरिक शिक्षण विधियों में क्रांति लाने के उद्देश्य से कई विशेषताएं हैं। केटीसीटी स्कूल केरल के सबसे प्रतिष्ठित स्कूलों में शामिल है। इस इंग्लिश मीडियम स्कूल में फिलहाल 3 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स पढ़ाई कर रहे हैं। आने वाले समय में स्कूल में और भी प्रयोग किए जाएंगे। बताया जा रहा है कि यहां जनरेटिव एआई टीचर यानी रोबोट टीचर की संख्या बढ़ाई जाएगी। मेकरलैब्स के सीईओ हरि सागर ने बताया कि एआई के साथ संभावनाएं अनंत हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से सीखना मजेदार हो सकता है।