राष्ट्रपति भवन में विशिष्ट सेवा देने वालों को दिया गया पद्म विभूषण…
नई दिल्ली। राष्ट्रपति भवन विशेष क्षेत्रो विशिष्ट सेवा देने वालों के लिए पुरस्कार वितरण कार्यक्रम संपन्न किया गया। जिसमे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू को राष्ट्रपति भवन में पद्म विभूषण से सम्मानित किया है। इसके अलावा राष्ट्रपति ने सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक बिंदेश्वर पाठक को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया है।
किसको दिया जाता है यह सम्मान?
बता दें कि पद्म पुरस्कार को तीन कैटेगरी में विभाजित किया जाता हैं, जिन्हें पद्मश्री, पद्म भूषण और पद्म विभूषण कहा जाता है। जिसका ऐलान हर साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर ही किया जाता है। दरअसल, पद्म पुरस्कार के लिए नॉमिनेशन की प्रक्रिया सभी लोगों के लिए खुली होती है, जिसमें वह खुद अपना नॉमिनेशन कर सकते हैं। शख्सियतों का ऐलान प्रधानमंत्री द्वारा चयनित पद्म पुरस्कार समिति करती है। पद्म पुरस्कारों की शुरुआत साल 1954 में की गई थी। साल 1978, 1979 और 1993 से 1997 के दौरान इन पुरस्कारों का ऐलान नहीं किया गया था।
तीनों पुरस्कार में क्या है अंतर?
पद्म पुरस्कारों की बात करें तो साधारण और विशिष्ट सेवा के लिए पद्म विभूषण दिया जाता है। वहीं, पद्म भूषण उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा और पद्मश्री पुरस्कार विशिष्ट सेवा के लिए दिए जाते हैं। इन पुरस्कारों के लिए जाति, व्यवसाय, पद या लिंग आदि के हिसाब से भेदभाव नहीं किया जाता है। डॉक्टरों और वैज्ञानिकों के अलावा पीएसयू के साथ काम करने वाले सरकारी कर्मचारियों को इन पुरस्कारों से सम्मानित नहीं किया जाता है। इसके अलावा ये पुरस्कार मरणोपरांत भी नहीं दिए जाते। विशेष मामलों में सरकार की ओर से मरणोपरांत पुरस्कार देने पर विचार कर सकती है। बता दें कि पद्म विभूषण देश का दूसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार है। इससे पहले भारत रत्न का नंबर आता है। वहीं, पद्म भूषण देश का तीसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार है।
साल 2024 के लिए 3 पद्म विभूषण, 8 पद्म भूषण और 55 पद्म श्री दिए गए
बता दें कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के द्वारा अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती, पूर्व राज्यपाल राम नाइक और गायिका उषा उथुप कोसे को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने चिकित्सा के क्षेत्र में मनोहर कृष्ण डोले को पद्मश्री से सम्मानित किया है। साथ ही खेल के क्षेत्र में टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना को पद्मश्री से सम्मानित किया। इसके अलावा विज्ञान और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में राम चेत चौधरी, खेल के क्षेत्र में पैरा-तैराक सतेंद्र सिंह लोहिया और लोक नर्तक नारायणन ई.पी. को कला के क्षेत्र में पद्मश्री से सम्मानित किया।
पुरस्कार वितरण सेरेमनी
राष्ट्रपति भवन में इस सेरेमनी के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह मौजूद रहे। जिसकी घोषणा 25 जनवरी को किए गए थे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सबसे पहले पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, बिंदेश्वर पाठक (मरणोपरांत) और पद्मा सुब्रमण्यम को पद्म विभूषण से सम्मानित किया। बिंदेश्वर पाठक की पत्नी अमोला पाठक ने पुरस्कार ग्रहण किया। इस बार 2024 के लिए 5 लोगों को पद्म विभूषण, 17 को पद्म भूषण, 110 को पद्मश्री से सम्मानित करने का ऐलान किया गया है। आज के समारोह में इनमें से कुछ हस्तियों को सम्मान नहीं मिल सका, इन्हें अगले हफ्ते सम्मानित किया जाएगा। पद्मश्री पुरस्कार ऐसे लोगों को दिया जा रहा है, जो अब तक गुमनाम थे। इनमें असम की रहने वाली देश की पहली महिला महावत पार्वती बरुआ और जागेश्वर यादव का नाम शामिल है।
इसके अलावा लिस्ट में चार्मी मुर्मू, सोमन्ना, सर्वेश्वर, सांगथाम समेत कई बड़े नाम भी हैं। पद्म पुरस्कार विजेताओं में 30 महिलाएं हैं। इनमें 8 विदेशी/NRI/PIO/OCI कैटेगरी के लोग भी हैं। 9 हस्तियां ऐसी हैं, जिन्हें मरणोपरांत पुरस्कार दिए जा रहे हैं। पद्म भूषण मिलने पर अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने कहा ‘मैं बहुत खुश हूं। मैंने जीवन में कभी किसी से अपने लिए कुछ नहीं मांगा। जब मुझे फोन आया कि आपको पद्म भूषण दिया जा रहा है, तो मैं एक मिनट के लिए चुप हो गया क्योंकि मुझे इसकी उम्मीद नहीं थी।
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