सौर परियोजनाओं के क्रियान्वयन में अग्रणी बनेगा मध्यप्रदेश राज्य…
भोपाल। सौर परियोजनाओं के क्रियान्वयन में मध्यप्रदेश अग्रणी राज्य बनेगा। यह बात प्रदेश के नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला ने गुरूवार को शाजापुर के ग्राम धतरावदा एवं देहरीपाल में निर्माणाधीन सौर ऊर्जा परियोजनाओं के निरीक्षण के दौरान कही गयी। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक अरूण भीमावद भी उपस्थित रहें। उन्होंने कन्ट्रोल रूम, स्वीच यार्ड तथा सौर ऊर्जा उत्पादन के लिए लगाई गई सोलर प्लेट का निरीक्षण भी किया। मंत्री शुक्ला ने धतरावदा एवं देहरीपाल में पौधरोपण किया।
ग्रीन ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य किया निर्धारित
सौर ऊर्जा के क्षेत्र में विश्व में हम विशिष्ट पहचान बनाएंगे। शाजापुर जिले में निर्माणाधीन 03 परियोजनाओं से 450 मेगावाट विद्युत उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। इसी तरह प्रदेश में चल रही परियोजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूर्ण कर वर्ष 2030 तक 20 हजार मेगावॉट ग्रीन ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वर्तमान में प्रदेश में आगर, शाजापुर एवं नीमच में निर्माणाधीन 1500 मेगावॉट विद्युत उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। इनमें से 1000 मेगावॉट का उत्पादन शीघ्र ही शुरू होगा और शेष 550 मेगावॉट का उत्पादन जून 2025 तक पूरा कर लिया जायेगा।
मंत्री शुक्ला ने कहा कि परियोजनाओं को निश्चित समय अवधि में पूर्ण कर राष्ट्र को समर्पित की जायेगी। यहां से उत्पादित विद्युत ऊर्जा रेलवे को भी दी जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा हरित ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में आमजन को भी भागीदार बनाने के लिए अभिनव योजना “प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना” शुरू की है। इस योजना से उपभोक्ताओं को न केवल बिजली बिल से राहत मिलेगी, बल्कि सौर ऊर्जा से उत्पादित बिजली के कारण हमारे प्राकृतिक स्त्रोतों पर भार भी कम होगा।
सड़क दुर्घटना में “गंभीर घायल व्यक्ति” को अपनी गाड़ी से भेजा अस्पताल
निरीक्षण के लिये मोहन बड़ोदिया की ओर जा रहे थे तब अनायास उनकी नजर रास्ते में सड़क पर गंभीर अवस्था में पड़े घायल व्यक्ति पर पड़ी। उन्होंने अपना कारकेट रुकवाया और घायल व्यक्ति के पास पहुंचकर “प्राण संजीवनी” के लिए अपने काफिले के वाहन को उपचार के लिए शाजापुर अस्पताल रवाना किया। उन्होंने जिले के जिम्मेदार अधिकारियों को समुचित इलाज के लिए निर्देशित किया।