विद्यार्थियों के लिए मातृभाषा का ज्ञान भी जरूरी – राज्यपाल रामेन डेका
भिलाई। भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस 5 सितंबर के उपलक्ष्य में वैशाली नगर भिलाई में शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। राज्यपाल रमेन डेका के मुख्य आतिथ्य में आयोजित इस समारोह में विभिन्न विद्यालयों के 24 उत्कृष्ट शिक्षकों का सम्मान किया गया। राज्यपाल डेका ने अपने करकमलों से शिक्षकों को शॉल, श्रीफल एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। समारोह में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री अरूण साव, पूर्व मंत्री रमशीला साहू और क्षेत्रीय विधायक रिकेश सेन भी मौजूद रहे।
विद्यार्थियों को नैतिक मूल्यों और समाज की जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक बनाएं
समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि राज्यपाल डेका ने कहा कि शिक्षक की भूमिका अब सिर्फ ज्ञान देने तक सीमित नहीं है। विद्यार्थियों को नैतिक मूल्यों और समाज की जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक भी बनाएं। राज्यपाल ने कहा कि यह गर्व की बात है कि शिक्षकों के मेहनत और समर्पण के कारण राज्य में शिक्षा का स्तर निरंतर ऊंचा हो रहा है। आप सभी ने जिस प्रकार से अब तक विद्यार्थियों को शिक्षित और सशक्त बनाया है, उसी समर्पण और निष्ठा से आगे भी अपने कर्तव्यों का पालन करें।
आप केवल शिक्षा ही नहीं दे रहे हैं, बल्कि विद्याथियों को एक बेहतर नागरिक बनाने की दिशा में भी अग्रसर कर रहे हैं। शिक्षकों का योगदान समाज के निर्माण में अत्यंत महत्वपूर्ण है। राज्यपाल ने कहा कि यह जरूरी नहीं है कि अंग्रेजी भाषा में पढ़ने वाले ही अच्छे विद्यार्थी हो, विद्यार्थी के लिए मातृभाषा का ज्ञान भी जरूरी है। राज्यपाल ने सम्मान समारोह में सम्मानित सभी शिक्षकों को बधाई दिया।
विद्यार्थियों को सही ज्ञान प्रदान करना राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि उप मुख्यमंत्री अरूण साव ने कहा कि पौराणिक काल से समाज में शिक्षकों का सम्मान हैं। विद्यार्थियों को सही ज्ञान प्रदान कर राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने शिक्षकों से वर्तमान परिवेश में विद्यार्थियों की भावनाओं को समझकर विद्यार्थियों में आत्म-विश्वास जागृत करने हरसंभव प्रयास करने का आग्रह किया। वैशाली नगर विधानसभा क्षेत्र के विधायक रिकेश सेन ने अपने स्वागत उद्बोधन दिया। इस अवसर पर नगर के गणमान्य नागरिक तथा जिला प्रशासन के अधिकारी एवं शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित थे ।