मार्शल आर्ट की बढ़ती लोकप्रियता: परंपरा, फिटनेस, अनुशासन, लड़कियों और महिलाओं का संरक्षण…
SRU: श्री रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय में 27 से 28 सितंबर 2024 तक छात्राओं के लिए दो दिवसीय मार्शल आर्ट प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन निर्भया आत्मरक्षा मार्शल आर्ट एवं कराटे प्रशिक्षण संस्थान, रायपुर के मास्टर ट्रेनर मृत्युंजय साहू और उनकी टीम द्वारा किया गया। जिसमें 100 से अधिक छात्राओं ने इस आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लिया।
27 सितंबर को उद्घाटन सत्र में माननीय कुलपति प्रो. एस.के.सिंह, कुलसचिव डॉ. सौरभ कुमार शर्मा और कला संकाय के डीन प्रो. मनीष कुमार पांडे की उपस्थिति रही। प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन के दौरान कला संकाय के सभी संकाय सदस्य और छात्रा प्रतिभागी उपस्थित रहे। कुलपति ने वर्तमान समाज में लड़कियों और महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने में आत्मरक्षा तकनीकों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने विश्वविद्यालय में इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए अपनी गहरी प्रशंसा व्यक्त की, इस प्रयास की तुलना महिला सशक्तिकरण से की।
शारीरिक हमलों का मुकाबला करने में छात्राओं के आत्मविश्वास के महत्व पर जोर दिया
विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार ने आत्मरक्षा कार्यक्रम के विभिन्न पहलुओं पर जोर दिया, इस बात पर ध्यान केंद्रित किया कि यह कार्यक्रम शारीरिक फिटनेस, मानसिक स्वास्थ्य और आध्यात्मिक विकास की दिशा में छात्राओं की क्षमता को कैसे बढ़ाएगा। अपने संबोधन में, कला संकाय के डीन ने शारीरिक हमलों का मुकाबला करने में छात्राओं के आत्मविश्वास के महत्व पर जोर दिया और बताया कि कैसे मार्शल आर्ट तकनीक छात्राओं को उनकी सुरक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद करेगी।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का संयोजन कला संकाय के अंतर्गत समाजशास्त्र विभाग की डॉ. अर्चना आर. तुपट ने किया तथा साथ ही कार्यक्रम में डॉ. अंजली यादव, डॉ. चित्रा पांडेय, सम्प्रीति भट्टाचार्य, डॉ. सुजाता घोष, साधना देवांगन, डॉ. पुष्पा भारती, डॉ. नरेश गौतम, डॉ. पायल, डॉ. सुनीता सोनवानी, शिशिर छत्तर, डॉ. अम्बुज शुक्ला, डॉ. मालती बाग आदि उपस्थित रहे, जिन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना बहुमूल्य योगदान और समर्थन दिया।