November 7, 2025

छत्तीसगढ़ के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाला हर बच्चा होगा हुनरमंद…

0
WhatsApp Image 2024-08-29 at 2.58.59 PM

रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार की एक अनूठी पहल करने वाली है जिसके तहत सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को हुनरमंद बनाने के लिए विद्या शिक्षा केंद्र नाम से एक नई योजना की शुरुवात करने जा रही है । जिसमें 6वी कक्षा से ही वोकेशनल ट्रेनिंग की शुरुवात हो जाएगी । जिसमें बड़ी – बड़ी कंपनी से सरकार एमओयू भी करेगी । आने वाले समय में जिस तरह से मैनपावर की जरुरत होगी । जिसमे कंप्यूटर, आईटी, रोबोटिक्स, एआई, इलेक्ट्रिकल व ऑटोमोबाइल जैसे चीजो की होगी । साथ ही इसे इंटर्नशिप का भी रूप दिया जा सकता है । इस कार्य से शिक्षा और सुशासन व अभिशरण विभाग मिलकर किया जा रहा है ।

रायपुर में बनाया गया विद्या समीक्षा केंद्र

स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित विभिन्न हितग्राही मूलक योजनाओं की ऑनलाईन मॉनिटरिंग और आंकड़ों के विश्लेषण करने के लिए रायपुर स्थित पेंशन बाड़ा में विद्या समीक्षा केंद्र की स्थापना की गई है। इस केंद्र के माध्यम से शासन की योजनाओं को बेहतर तरीके से लागू और मॉनिटरिंग करने में आसानी होगी। स्कूल और उनमें पढ़ने वाले एक-एक बच्चों के प्रदर्शन का रीयल टाइम ब्योरा मुहैया कराया जाएगा।

जिसमें विद्या समीक्षा केंद्र की स्थापना से शासन की विभिन्न हितग्राही मूलक योजनाओं से संबंधित जानकारी और सुविधाओं को विद्यार्थियों, पालकों और शिक्षकों तक आसानी से उपलब्ध कराया जा सकेगा। शालाओं में मूलभूत संरचनाओं की उपलब्धता, मरम्मत और उपयोगिता आदि की मॉनिटरिंग की जाएगी। ताकि विद्यार्थियों को अध्ययन के लिए उचित और पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हो सके तथा बेहतर शिक्षा प्रदान की जा सके। इसके द्वारा शिक्षकों की पदस्थापना से सबंधित जानकारियों की भी मॉनिटरिंग की जा रही है।

विद्या समीक्षा केंद्र के अंतर्गत शिक्षकों का विवरण, यूडाइस डाटा, मध्यान्ह भोजन, शिक्षक प्रशिक्षण से सबंधित मॉनिटरिंग, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों की दैनिक उपस्थिति, अधिकारियों के द्वारा शालाओं का निरीक्षण, विद्यार्थियों का मूल्यांकन आदि तथा केंद्र सरकार से संबंध शैक्षिक योजनाओं की नियमित ऑनलाइन मानिटरिंग की जाएगी। योजनाओं की मॉनिटरिंग हेतु सॉफ्टवेयर एवं एप्प भी तैयार किया जा रहे हैं। मॉनिटरिंग के लिए काल सेंटर स्थापित किया गया है। विद्यार्थियों, पालकों और शिक्षकों की शैक्षिक गतिविधियों से संबंधित समस्याओं का समाधान करने के लिए एक टोल-फ्री नंबर भी जारी किया जाएगा।

विभिन्न पैरामीटर के आधार पर होगी शालाओं की रैंकिंग

एआई के उपयोग से ही शिक्षकों के डाटा के विश्लेषण की सुविधा भी विद्या समीक्षा केंद्र के अंतर्गत तैयार की गई है। विषयवार शिक्षकों की जानकारी, अतिशेष शिक्षकों की जानकारी, एकल शिक्षकों की जानकारी भी प्राप्त की जा सकेगी। भविष्य में एआई के उपयोग से विद्यार्थियों के अकादमिक आंकलन/मूल्यांकन का विश्लेषण किया जाएगा। जिससे कमजोर विद्यार्थियों पर विशेष फोकस किया जा सकेगा। शाला में उपलब्ध सुविधाएं, शिक्षकों की जानकारी और विद्यार्थियों के अकादमिक गतिविधियों के आंकड़े के आधार पर एआई आधारित विश्लेषण किया जाएगा। प्राप्त जानकारी और विभिन्न पैरामीटर के आधार पर शालाओं की रैंकिंग की जाएगी।

किताबी ज्ञान के साथ हुनरमंद बनाना भी है जरुरी

वर्तमान समय की बढ़ती मांग व शिक्षा के साथ बदलाव भी जरुरी है। जिसके माध्यम से यह सिखाया जाएगा कि किताबी ज्ञान के साथ – साथ हुनर को बढ़ावा देना भी कितना जरुरी है । ताकि स्कूल से निकलने के बाद से कम से कम एक स्किल में परिपूर्ण जरुर रहे । साथ ही शिक्षा व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए सिस्टम को डिजिटलाईज करने की भी तैयारी की जा रही है । इसी के साथ वित्तीय मामलों में भी समझ विकसित करने के लिए एक योजना की भी शुरुवात की जाएगी । जिसके लिए 9वी के सिलेबस में फाइनेंसियल लिटरेसी कोर्स को भी जोड़ने की योजना बनाई जा रही है । जिसमे बच्चो को बैंक के कार्य, शेयर बाजार, बिज़नेस की शुरुवात, पैसों का इन्वेस्टमेंट, चेक बुक, बचत और चालू खाता जैसे विषयों को सिखाया जाएगा ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *