10 साल की माउंटेन गर्ल: बिना ट्रेनिंग फ़तह किया एवरेस्ट बेस कैंप, पार्क की सीढ़ियों पर चढ़कर करती थी प्रैक्टिस…

मुंबई की एक 10 साल की बच्ची ने अपने जूनून और जज़्बे से एवरेस्ट के बेस कैंप तक की मुश्किल चढ़ाई पूरी की है। 5वीं क्लास की बच्ची रिदम ममानिया ने बिना किसी ट्रेनिंग के यह कारनामा के साथ ही अपना नाम इस 5,364 मीटर के मुश्किल सफर को पूरा करने वाले सबसे कम उम्र के पर्वातारोहियों में शामिल कर दिखाया है। बता दें रिदम का अगला लक्ष्य एवरेस्ट तक पहुंचने का है।
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इस छोटी बच्ची रिदम ने पर्वतारोहण की कोई ट्रेनिंग नहीं ली है। उसने मुंबई में शास्त्री गार्डन पार्क की सीढ़ियों पर चढ़ कर ट्रैकिंग की प्रैक्टिस की थी। इसी प्रैक्टिस के दम पर अब उसने एवरेस्ट बेस कैंप को फ़तह कर लिया है। रिदम ने वापसी भी पैदल ही की, जबकि उससे उम्र में काफी बड़े और अनुभवी पर्वातरोहियों ने हेलिकॉप्टर के सहारे उतरने का निर्णय किया था।
बता दें की रिदम अपनी मम्मी उर्मी और पापा हर्ष के साथ इस मुश्किल सफर पर गई थी। 11 दिनों का यह अभियान सब ने माइनस 10 डिग्री टेम्परेचर में तय किया। इस दौरान रिदम ने कभी थकान की शिकायत नहीं की। इस से पहले भी रिदम दूध सागर जैसी मुश्किल ट्रैकिंग कर चुकी है। रिदम की मां उर्मी का कहना है कि वो पांच साल की उम्र से ही ट्रैकिंग कर रही है।
वहीं ने बताया की रिदम को स्केटिंग का शौक है इसके साथ ही ट्रैकिंग और स्केटिंग से भी उसे प्यार है। बेस कैंप के इस सफर में रिदम ने पर्यावरण का भी पूरा ख़याल रखा। उसने अपने साथ ले गए सभी प्लास्टिक सामानों को वापस नीचे लाया। रिदम ने अपना सारा कचरा काठमांडू जाकर डिस्पोज किया।