‘दि आर्ट ऑफ लिविंग’ ने रक्तदान शिविर के साथ आँख जांच शिविर का किया आयोजन…
दिनांक 18 दिसंबर 2023 (सोमवार) को सतं शिरोमणि गुरु घासीदास बाबा जी की जयंती के अवसर पर प. पु. श्री श्री रविशंकर जी की संस्था ‘दि आर्ट ऑफ लिविंग’ परिवार द्वारा सतनाम सामुदायिक भवन द्वारा रक्तदान शिविर, आँख जांच, स्वास्थ्य शिविर का आयोजन निशुल्क किया गया। जिसमे YLTP के युवाचार्य, प्रशिक्षक और विभिन्न ग्रामो से आए हुए 34 युवको ने रक्तदान किया साथ ही केन्द्री के 30 लोगो ने स्वास्थ्य शिविर का लाभ लिया और 48 लोगो की आँखों का जांच हुआ।
आपको बता दे की आर्ट ऑफ लिविंग से नागेन्द्र साहू ने बताया की उनके एक परम मित्र स्व. सुनील चतुर्वेदानी जिनका देहांत हो चुका हैं, स्व. सुनील गुरु घासीदास बाबा की जयंती के दिन उपवास रहते थे, उनकी स्मृति में मित्रता का मिशाल कहा जाए श्री नागेन्द्र साहू ने गुरु घासीदास बाबा जी के जयंती 18 दिसम्बर को चुना और इसी दिन यह तीनो कार्यक्रम कराना उचित समझा, नागेन्द्र साहू कई बार रक्तदान कर चुके हैं और इस बार लोगो में रक्तदान की जागरुकता लोगो के अंदर लाने, नेत्र का जांच, और स्वस्थ रहने के लिए स्वप्रेरणा से यह कार्यक्रम कराया।
नागेन्द्र साहू कहते हैं कि रक्त की जरूरत सब को होता है, सबको अपने या अपने परिजन के लिए रक्त चाहिए, पर रक्तदान नहीं करते, रक्तदान करने से डरते हैं, अगर हम किसी को रक्तदान नहीं करेंगे तो जरुरत पड़ने पर हमें रक्तदान कौन करेगा इसलिए सबको रक्तदान करना चाहिए, नागेन्द्र साहू के द्वारा सभी रक्तदाता को कालेज बैग और बिलासा ब्लड बैंक के तरफ से सर्टिफिकेट भी प्रदान किया गया।
तीनो कार्यक्रम बिलासा ब्लड बैंक, ASG आई हास्पिटल, और Horizon हास्पिटल के डॉक्टर्स स्टाफ, नर्स और ग्रामीण सतीष, उगेश, ठाकुर, डाॅ विरेन्द्र, नागेन्द्र, महेन्द्र साहू, लेखन, हितेश, लोकेश, ऋतुराज, तामेश्वर, मुरली, चन्द्रकांत, खेमचंद, ईनरेश, गणेश, पुरुषोत्तम, यसवंत, भोजराम, मणी राम, टुमेश, केवल, हरेश, राजा सिंग, परमांनद, नरेश, टिकेन्द्र, लक्की, दुष्यंत, महेन्द्र सपहा, छगन, हेमलाल, बाबुल, हुलास, डाॅ आदर्श, खेमचंद, ईश्वर,सतनाम समाज के पदाधिकारी गण व् ग्रामवासी के सहयोग से संपन्न हुआ।
दि आर्ट ऑफ लिविंग परिवार हमेशा से सेवा कार्य करते हैं, विभिन्न जगहो पर जाकर योग की शिक्षा भी देते आ रहे हैं । गुरुघासीदास बाबा के विचार का पालन भी सभी को करना चाहिए। नशा और मांस का त्याग करना, सबको अपना समझना, उनका यह ज्ञान जीवन जीने के लिये बहुत उपयोगी हैं।