November 10, 2024

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने छत्तीसगढ़ के सात छात्रों को दिया गोल्ड मेडल व आई.आई.टी. भिलाई के तृतीय एवं चतुर्थ दीक्षांत समारोह में हुई शामिल…

0

रायपुर। भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु छत्तीसगढ़ में दो दिन के दौरे पर रही। जिसके दौरान अलग – अलग स्थलों व कार्यक्रमों में हिस्सा भी लिया। जिसमे सबसे पहले राष्ट्रपति और राज्यपाल ने सुबह गायत्री नगर रायपुर स्थित जगन्नाथ मंदिर में महाप्रभु जगन्नाथ भगवान की पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों सहित देशवासियों की समृद्धि एवं सुख-शांति की कामना की। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक पुरंदर मिश्रा एवं मंदिर समिति के पदाधिकारी उपस्थित रहें।


इसके पश्चात् राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मुआई.आई.टी. भिलाई पहुंची। जहाँ आई.आई.टी. भिलाई के तृतीय एवं चतुर्थ दीक्षांत समारोह में शामिल हुई । जहाँ पर  राष्ट्रपति के मुख्य आतिथ्य में दीक्षांत समारोह संपन्न हो रहा है। जिसमें राष्ट्रपति के हाथों सात छात्रों को गोल्ड मेडल दिया गया । साथ ही दीक्षांत समारोह में 2023 और 2024 में स्नातक करने वाले 396 छात्रों को डिग्री प्रदान की गयी । 2023 बैच के स्नातक छात्रों में 13 पीएचडी, 11 एमएससी, 27 एमटेक, 13 बीटेक (ऑनर्स) और 123 बीटेक स्नातक शामिल है । 2024 के स्नातक बैच में 8 पीएचडी, 20 एमएससी, 19 एमटेक, 12 बीटेक (ऑनर्स) और 150 बीटेक छात्र शामिल है। इस पूरे कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल रमेन डेका व  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी उपस्थित रहे।

आदिवासियों के साथ सामुहिक छायाचित्र लिया गया

छत्तीसगढ़ के जनजातीय समुदायों के लोग अपनी जीवन-पद्धति, खान-पान, लोक-नृत्य, लोक-संगीत, लोकवाद्यों, कलाओं रीति-रिवाजों, तीज-त्यौहारों, आस्थाओं और अन्य आदिम परंपराओं से काफी प्रभावित हुईं। छत्तीसगढ के पारंपरिक वेषभूषा में सजे आदिवासियों के साथ सामुहिक छायाचित्र लिया गया।

इस अवसर पर राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उप मुख्यमंत्री अरुण साव, केन्द्रीय आवास एवं शहरी विकास राज्य मंत्री तोखन साहू, कृषि मंत्री राम विचार नेताम, श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन, खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, महिला बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा, लोकसभा क्षेत्र रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक खुशवंत साहेब व रोहित साहू भी उपस्थित रहे।

राज्यपाल रमेन डेका द्वारा छत्तीसगढ़ की पहचान, बेल मेटल से निर्मित स्मृति चिन्ह और विश्व प्रसिद्ध कोसा की साड़ी भेंट की गई

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु छत्तीसगढ़ के जनजातीय समुदायों के लोग अपने बीच पाकर अभिभूत हो गए। छत्तीसगढ़ के गौरवशाली “पुरखौती मुक्तांगन“ में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने छत्तीसगढ के जनजातीय समाज के गौरव और आत्मसम्मान को बढाने और उन्हे सम्मान देते हुए छत्तीसगढ के सरगुजा, बस्तर और दंतेवाडा जिले के नर्तक दलों के साथ छायाचित्र कराया गया। सरगुजा, बस्तर और दंतेवाडा जिले के नर्तक दलों में शामिल महिला और पुरूषों में पांरपरिक वेषभूषा में संज-संवरकर तैयार रहे।

इस अवसर पर मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, प्रमुख सचिव आदिम जाति एवं कल्याण विभाग सोनमणि बोरा एवं प्रमुख सचिव संस्कृति अन्बलगन पी., मुख्यमंत्री के सचिव पी. दयानन्द, आयुक्त आदिवासी विकास नरेंद्र दुग्गा, संचालक पुरातत्व एवं संस्कृति  विवेक आचार्य भी उपस्थित रहे।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के छत्तीसगढ़ के प्रवास के अंतिम दिन राजभवन में उन्हें ससम्मान बिदाई दी गई। राष्ट्रपति मुर्मु को राज्यपाल रमेन डेका द्वारा छत्तीसगढ़ की पहचान, बेल मेटल से निर्मित स्मृति चिन्ह और विश्व प्रसिद्ध कोसा की साड़ी भेंट की गई। राष्ट्रपति मुर्मु ने भी राष्ट्रपति भवन की काष्ठ से निर्मित प्रतिकृति उन्हें भेंट की। इस अवसर पर राज्य की प्रथम महिला रानी डेका काकोटी भी उपस्थित रही।

फोटो गैलरी 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

इन्हें भी पढ़े