एस.आर.यू के हिंदी विभाग द्वारा प्रेमचंद जयंती का आयोजन..

SRU: श्री रावतपुरा सरकार यूनिवर्सिटी के हिंदी विभाग में प्रेमचंद की 144 वीं जन्मतिथि के अवसर पर प्रेमचंद जयंती का आयोजन किया। जिसमें बड़ी संख्या में कला संकाय के विद्यार्थी, शिक्षकों सहित कला संकाय के डीन डॉ. मनीष पांडे तथा एकेडमिक डायरेक्टर मनोज खरे की उपस्थिति रही।
कार्यक्रम के दौरान हिंदी के कालजयी लेखक प्रेमचंद को याद किया गया । कार्यक्रम को संचालित कर रहीं हिंदी विभाग की सह-प्राध्यापक डॉ. पायल ने प्रेमचंद का परिचय देते हुए इस दिन के महत्त्व को बताया । साथ ही उन्होंने कहा कि प्रेमचंद भारतीय समाज में प्रवेश करने की खिड़की हैं जिनके माध्यम से भारतीय समाज एवं उसकी समस्याओं की गहरे रूप में पड़ताल हो सकती है।
भारतीय किसानों की समस्याओं को साहित्य से गुजरते हुए सहज ही जाना है
तत्पश्चात हिंदी विभाग की अध्यक्ष डॉ. सविता वर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारतीय किसानों की समस्याओं को प्रेमचंद साहित्य से गुजरते हुए सहज ही जाना जा सकता है। कला संकाय के डीन डॉ. मनीष पांडे ने बताया कि प्रेमचंद की रचनाओं को उन्होंने कैसे और किस रूप में जीया है। अंत में अकादमिक डायरेक्टर मनोज खरे ने प्रेमचंद और बनारस से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें साझा करते हुए कहा कि हामिद का चिमटा कभी न भुलाए जाने वाला सन्दर्भ है।
बी.ए.एल.एल.बी की छात्रा रिद्धिमा वर्मा ने प्रेमचंद का संक्षिप्त जीवन वृत्त सुनाया तथा बी.ए.एल.एल.बी की ही अन्य दो छात्रा श्रेया सिंह और प्रीती कँवर ने प्रेमचंद की दो कहानियों पूस की रात और ईदगाह पर क्रमशः अपने विचार प्रकट किए । इस अवसर पर विद्यार्थियों को प्रेमचंद की कहानी ‘कफ़न’ पर आधारित लघु फिल्म दिखाई गई। अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ. संतोष कुमार (जर्नलिज़्म एंड मास कम्युनिकेशन) द्वारा दिया गया।
यूनिवर्सिटी के प्रति कुलाधिपति हर्ष गौतम, कुलपति प्रो. एस. के. सिंह तथा कुलसचिव डॉ. सौरभ शर्मा ने कार्यक्रम की सफलता हेतु हिंदी विभाग व कला संकाय को बधाई व शुभकामनाएँ दीं।