भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु सम्मानित हुए फिजी के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से…
सुवा(फिजी)। भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 3 देशों की यात्रा पर है, जिसके पहले चरण में फिजी की राजधानी सुवा में पहुंचे हैं। जहाँ पर फिजी के राष्ट्रपति रातू विलियामे मैवलीली कटोनिवेरे ने भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को कंपेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी से सम्मानित किया। यह फिजी का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। राष्ट्रपति मुर्मु ने सम्मान पाने के पश्चात् कहा कि यह सम्मान भारत और फिजी के बीच मित्रता के गहरे संबंधों का परिचायक है। इसका सचित्र विवरण भारत की राष्ट्रपति के सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर साझा किया गया है।
इस दौरान राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि इस खूबसूरत देश के लोगों की गर्मजोशी और स्नेह से मैं बहुत प्रभावित हूं। यह मेरी फिजी में पहली यात्रा है लेकिन हर जगह आपकी उपस्थिति से मुझे ऐसा लगता है कि मैं घर पर ही हूं। आज मेरी फिजी के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के साथ सकारात्मक चर्चा हुई। मुझे फिजी के साथी का सम्मान देने के लिए मैं फिजी सरकार की आभारी हूँ। यह सम्मान भारत और फिजी के बीच मजबूत और गहरे संबंधों का प्रतीक है। राष्ट्रपति फिजी के बाद न्यूजीलैंड और तिमोर-लेस्ते जाएंगी। किसी भारतीय राष्ट्राध्यक्ष की फिजी और तिमोर-लेस्ते की पहली यात्रा है। इस यात्रा से दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंधों को और मजबूती मिलेगी।
‘द ऑर्डर ऑफ फिजी’ सम्मान के बारे में
राष्ट्रपति की फिजी की राजकीय यात्रा पर विशेष ब्रीफिंग में सचिव (पूर्व) जयदीप मजूमदार ने कहा, फिजी के राष्ट्रपति ने हमारी राष्ट्रपति को ‘द ऑर्डर ऑफ फिजी’ से सम्मानित किया, जिसकी राष्ट्रपति ने बहुत सराहना की। उन्होंने फिजी की संसद को भी संबोधित किया। राष्ट्रपति ने सुवा में सामुदायिक बातचीत की।
उन्होंने कहा, राष्ट्रपति आज सुबह सुवा पहुंचीं, उनके आगमन पर फिजी सैन्य पुलिस द्वारा उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, जिसके बाद प्रधानमंत्री की मौजूदगी में पारंपरिक स्वागत किया गया। हवाई अड्डे से रास्ते में सैकड़ों स्कूली बच्चों को राष्ट्रपति का अभिवादन करते हुए खड़े देखना बहुत ही सुखद था। राष्ट्रपति मुर्मू ने फिजी के प्रधानमंत्री सीटिवेनी राबुका तथा फिजी के राष्ट्रपति रातू विलियम मैवालिली काटोनीवेरे से भी मुलाकात की।
भारतीय राष्ट्राध्यक्ष की पहली फिजी यात्रा
विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि यह यात्रा, जो किसी भारतीय राष्ट्राध्यक्ष की फिजी की पहली यात्रा है, दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंधों को और मजबूती प्रदान करेगी। यह यात्रा फिजी के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए भारत की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाती है। अपनी यात्रा के दूसरे चरण में, राष्ट्रपति मुर्मू न्यूजीलैंड की गवर्नर जनरल डेम सिंडी कीरो के निमंत्रण पर 7-9 अगस्त तक न्यूजीलैंड का दौरा करेंगी। राजकीय यात्रा के दौरान राष्ट्रपति मुर्मू न्यूजीलैंड के गवर्नर जनरल कीरो के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगी और प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन से मिलेंगी। वह एक शिक्षा सम्मेलन को संबोधित करेंगी और भारतीय समुदाय और भारत के मित्रों से बातचीत करेंगी।
दूसरे चरण में न्यूजीलैंड व तीसरे चरण में तिमोर-लेस्ते की यात्रा
विदेश मंत्रालय के सचिव जयदीप मजूमदार ने पिछले दिनों नई दिल्ली में राष्ट्रपति की यात्रा का ब्यौरा साझा किया था। इसमें कहा गया था कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु पांच से 10 अगस्त तक तीन देशों फिजी, न्यूजीलैंड और तिमोर-लेस्ते की यात्रा पर रहेंगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक्ट ईस्ट नीति के अंतर्गत दक्षिण-पूर्व एशिया और प्रशांत क्षेत्र पर भारत ने विशेष रूप से ध्यान केन्द्रित किया है। यह 3 देश भारत की एक्ट ईस्ट नीति के तहत आते है। भारत और फिजी के बीच राजनयिक संबंधों के 75 वर्ष पूरे हो गए हैं। भारत, फिजी का प्रमुख विकास भागीदार रहा है।
यात्रा के दूसरे चरण में राष्ट्रपति 8 और 9 अगस्त को न्यूजीलैंड जाएंगी। इस दौरान वे गवर्नर जनरल सिंडी किरो के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगी और प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन से मुलाकात करेंगी। राष्ट्रपति, वेलिंगटन में एक अंतरराष्ट्रीय शिक्षा सम्मेलन को भी संबोधित करेंगी और ऑकलैंड में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करेंगी। यात्रा के अंतिम चरण में राष्ट्रपति 10 अगस्त को तिमोर-लेस्ते जाएंगी। 10 अगस्त को राष्ट्रपति मुर्मू राष्ट्रपति जोस रामोस-होर्ता के निमंत्रण पर तिमोर-लेस्ते का दौरा करेंगे। यात्रा के दौरान राष्ट्रपति मुर्मू तिमोर-लेस्ते होर्ता के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। तिमोर-लेस्ते के प्रधानमंत्री के राला “ज़ानाना” गुस्माओ भी राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात करेंगे।