Hanuman Statue Pran Pratishtha In US : अमेरिका में किया गया हनुमान की 90 फुट की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा…
टेक्सास। सनातन धर्म का परचम पूरे विश्व में लहरा रहा है। सनातन आज विश्व में वो धर्म बन चूका है जिसे न केवल भारत में बल्कि अमेरिका जैसे देश में भी पूजा जा रहा है। हनुमान के महत्व को सिर्फ भारतीयों ने ही नहीं, विदेशियों ने भी जान लिया है। इसी वजह से कई विदेशी लोग भारत आकर भगवान के भक्त बन जाते हैं। अभी तक अमेरिका को स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी से जाना जाता है, पर अब दुनिया अमेरिका को ‘स्टैच्यू ऑफ यूनियन’ (Statue of Union) के रूप में भी जानेगी। अमेरिका के ह्यूस्टन में भव्य समारोह के साथ श्रीराम भक्त हनुमान की 90 फुट ऊंची प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की गई है।
यह अमेरिका में तीसरी सबसे ऊंची मूर्ति है। टेक्सास के सुगर लैंड नाम शहर में श्री अष्टलक्ष्मी मंदिर में विशाल बजरंगबली की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई है। हनुमान प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा का श्रेय चिन्नाजीयर स्वामी को दिया जा रहा है।
स्टैच्यू ऑफ यूनियन नाम क्यों दिया है ?
स्टैच्यू ऑफ यूनियन भगवान हनुमान की उत्तरी अमेरिका की सबसे ऊंची मूर्ति होगी, जो शक्ति, भक्ति और निस्वार्थ सेवा का प्रतीक है। हनुमान की इस मूर्ति को स्टैच्यू ऑफ यूनियन नाम इसलिए दिया गया है क्योंकि हनुमान ने श्रीराम को माता सीता से मिलवाया था और इसलिए प्रतिमा का नाम स्टैच्यू ऑफ यूनियन रखा गया है। पूरे US में यह तीसरी सबसे ऊंची प्रतिमा है।
बता दें कि, ”यह परियोजना पूरी तरह से चिन्नाजीयर स्वामी का विजन है। यह हमारे लिए एक अवसर है कि हम एक समुदाय के रूप में भविष्य की पीढ़ियों के लिए भगवान हनुमान के दिव्य आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए एक मार्ग तैयार करें।” ‘स्टैच्यू ऑफ यूनियन का उद्देश्य एक आध्यात्मिक केंद्र बनाना है, जहां दिलों को सुकून मिले, दिमाग को शांति मिले और आत्मा को उत्कृष्टता का मार्ग मिले।’ उत्तरी अमेरिका की सबसे ऊंची हनुमान प्रतिमा के सपने को साकार करें और साथ मिलकर प्रेम, शांति और भक्ति से भरी दुनिया का निर्माण जारी रखें। प्राण प्रतिष्ठा के दौरान हेलिकॉप्टर से प्रतिमा पर पुष्पवर्षा की गई।
स्टैच्यू ऑफ यूनियन यानी अमेरिका में बनाई गयी हनुमान की सबसे बड़ी प्रतिमा का साइज 90 फीट बताया जा रहा है और वहीं स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी का साइज 305 फीट है। स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी अमेरिका का सबसे बड़ा स्टैच्यू है लेकिन इस लिस्ट में अब स्टैच्यू ऑफ यूनियन भी शामिल हो गया है और हनुमान जी यह प्रतिमा लिस्ट में तीसरी पोजीशन पर है।
शक्ति, भक्ति और निस्वार्थ सेवा का प्रतीक है मूर्ति
भगवान हनुमान की उत्तरी अमेरिका की सबसे ऊंची प्रतिमा होगी। यह शक्ति, भक्ति और निस्वार्थ सेवा का प्रतीक है। हनुमान ने राम को सीता से मिलाया और इसलिए इसका नाम स्टैच्यू ऑफ यूनियन रखा गया। यह परियोजना पूरी तरह से चिन्नाजीयर स्वामी की दृष्टि है। यह हमारे लिए एक अवसर है कि हम एक समुदाय के रूप में भविष्य की पीढ़ियों के लिए भगवान हनुमान का आशीर्वाद प्राप्त करें।”