AMERICA ELECTION RESULT : डोनाल्ड ट्रंप को दूसरी बार चुना गया अमेरिका का राष्ट्रपति…
नई दिल्ली। अमेरिका में वर्तमान में चुनाव सम्पन्न कराया गया। जिसमे डोनाल्ड ट्रंप ने बहुमत के साथ दूसरी बार अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव जीता है। जो जनवरी महीने में अपना पदभार ग्रहण करेंगे। इसी के साथ अपनी चुनावी रैलियों में 100 दिन का प्लान भी साझा किया। इसी के साथ दूसरे कार्यकाल के पहले 100 दिन में ट्रंप अपनी आक्रामक नीतियों को लागू करेंगे। वे जो बाइडन प्रशासन के कई फैसलों को पलटने की तैयारी में हैं। अर्थव्यवस्था, विदेश नीति और महंगाई को लेकर ट्रंप बड़ा फैसला करेंगे। ट्रंप के प्लान में प्रवासियों का बड़े पैमाने पर निर्वासन, विदेशी वस्तुओं पर भारी टैरिफ शामिल है।
सामूहिक निर्वासन को लेकर होगा काम
डोनाल्ड ट्रंप सबसे पहले आव्रजन और ऊर्जा नीति में बदलाव करेंगे। ट्रंप ने भारी संख्या में अवैध प्रवासियों को अमेरिका से निकालने का वादा किया है। अनुमान लगाया जा रहा है कि ट्रंप सबसे पहले इसी पर काम करेंगे। डोनाल्ड ट्रंप 2015 से ही आव्रजन पर सख्त रुख अपनाए हुए हैं। उन्होंने अमेरिका में अवैध रूप से रहने वाले 13 मिलियन से अधिक अप्रवासियों को सामूहिक रूप से निर्वासित करने की बात कही है। अपराधिक रिकॉर्ड वाले व्यक्तियों को ट्रंप सबसे पहले डिपोर्ट करेंगे। डोनाल्ड ट्रंप मेक्सिको के साथ लगने वाली अमेरिकी सीमा को भी बंद करेंगे।
ऊर्जा की कीमतों पर नियंत्रण
ट्रंप ने अपने चुनाव अभियान में ऊर्जा कीमतों को 50 फीसदी कम करने का वादा किया है। 100 दिन के एजेंडे में ट्रंप ऊर्जा और जलवायु जैसे मुद्दों पर काम करेंगे। उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान “ड्रिल, बेबी, ड्रिल” का नारा दिया है। इसका मतलब यह है कि वे तेल उत्पादन को बढ़ावा देने पर काम करेंगे।
ट्रंप बाइडन के पर्यावरण नियमों को पलटने की भी तैयारी में है। ट्रंप पहले ही कह चुके हैं कि अमेरिकी ऑटोवर्कर्स पर अत्याचार करने वाली हर बाइडन नीति को वापस लेंगे। इसके अलावा बाइडन की जलवायु नीति को भी खत्म करेंगे। वे जलवायु सब्सिडी को खत्म करने की तैयारी में है। इसके आलावा तेल, गैस और कोयला उत्पादकों को टैक्स में छूट देंगे ताकि अमेरिकी बाजार में ईंधन की कीमतों में कमी लाई जा सके।
अमेरिका को प्राथमिकता देने के लिए विदेश नीति करेंगे लागू
ट्रंप 100 दिन के एजेंडे में अमेरिका को प्राथमिकता देने वाली विदेश नीति को भी लागू करने की बात कही है। ट्रंप ने यह भी कहा कि पदभार ग्रहण करने से पहले ही रूस और यूक्रेन का युद्ध समाप्त कर देंगे। हालांकि यह आने वाला समय ही बताएगा। ट्रंप नाटो में आर्थिक सहयोग नहीं देने वाले देशों को भी धमकी दे चुके हैं। अगर कोई देश पर्याप्त राशि का योगदान नहीं देता है तो अमेरिका उसकी रक्षा नहीं करेगा। ट्रंप इस दिशा में भी कोई बड़ा कदम उठा सकते हैं। वह ट्रांसजेंडर युवाओं की सुरक्षा को वापस लेंगे। ट्रंप अपने पिछले कार्यकाल की अधूरी योजनाओं पर काम करना दोबारा शुरू करेंगे। ट्रंप ने वैक्सीन अनिवार्यता को बढ़ावा देने वाले स्कूलों के लिए संघीय निधि में कटौती की भी बात किया है।
ट्रेड वार कर सकते हैं शुरू
डोनाल्ड ट्रंप ने विदेशी वस्तुओं पर भारी टैरिफ लगाने का एलान किया है। उनकी योजना के मुताबिक सभी चीनी वस्तुओं पर 60 फीसदी और मेक्सिको से आने वाले सामान पर 25 से 200 फीसदी तक टैरिफ बढ़ाने की बात कही है। अगर ऐसा हुआ तो दुनिया में ट्रेड वार शुरू हो सकता है। डोनाल्ड जे. ट्रंप चार साल पहले जो बाइडेन से राष्ट्रपति चुनाव हारने के बाद काफी मायूस और खिन्न थे तथा इसके कुछ हफ्तों बाद उनके समर्थकों की एक हिंसक भीड़ ने जब यूएस कैपिटल (अमेरिकी संसद भवन) पर धावा बोला था तो इसे रिपब्लिकन नेता के राजनीतिक करियर का अंत माना जाने लगा था। लेकिन ठीक चार साल बाद, ट्रंप (78) ने व्हाइट हाउस में दूसरा कार्यकाल सुनिश्चित कर अमेरिका के इतिहास में अभूतपूर्व और जोरदार राजनीतिक वापसी की।
अमेरिका चुनाव का परिणाम कैसे होता है घोषित ?
47वें राष्ट्रपति के लिए यह चुनाव किया गया ।जिसमें कुल 50 प्रांत हैं, इनमें मिलाकर 538 सीटें रही । जहाँ राष्ट्रपति की कुर्सी पाने के लिए 270 वोटों (निर्वाचकों) की जरूरत थी । निर्वाचक मंडल के 538 सदस्य वोट करके राष्ट्रपति चुनते हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी ने टिम वॉल्ज़ को कैंडिडेट बनाया
अमेरिका में 93 सीटों वाले 7 स्विंग स्टेट्स, सत्ता की कुर्सी का रास्ता यहीं से होकर जाता है। अमेरिकी इतिहास में ट्रम्प पहले लीडर हैं जिन्होंने राष्ट्रपति चुनाव में दो बार महिला उम्मीदवारों को हराया है। अमेरिका में ऐसा सिर्फ दो बार 2016 और 2024 में हुआ है जब वहां महिला राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनी थीं।
राष्ट्रपति पद के साथ संसद के दोनों सदन के लिए भी हुए चुनाव
ऊपरी और ताकतवर सदन सीनेट में ट्रम्प की पार्टी को बहुमत अमेरिका में राष्ट्रपति पद के साथ संसद के दोनों सदन सीनेट और हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव के भी चुनाव हुए हैं। सीनेट संसद का ऊपरी सदन है। इसकी 100 सीटों में हर राज्य के लिए 2 सीटों की हिस्सेदारी है। इसकी एक तिहाई सीटों पर हर 2 साल में चुनाव होते हैं। इस बार सीनेट की 34 सीटों पर चुनाव हुए। ताजा नतीजों के साथ रिपब्लिकन पार्टी ने 54 सीटें हासिल कर ली हैं, जो बहुमत के बराबर हैं। इससे पहले उसके पास 49 सीटें थीं।
अमेरिका में उच्च सदन यानी सीनेट ज्यादा ताकतवर है, क्योंकि इसे महाभियोग और विदेशी समझौतों जैसे अहम मसलों को मंजूर या नामंजूर करने का अधिकार होता है। इसके सदस्य सीनेटर कहलाते हैं, जो 6 साल के लिए चुने जाते हैं, जबकि हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में मेंबर सिर्फ दो साल के लिए चुने जाते हैं।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डोनाल्ड ट्रम्प को अमेरिका का 47वां राष्ट्रपति बनने पर बधाई दी है। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रम्प के साथ अपनी कुछ पुरानी तस्वीरें एक्स पर साझा करते हुए पोस्ट किया, “ मेरे मित्र डोनाल्ड ट्रम्प को ऐतिहासिक चुनावी जीत पर हार्दिक बधाई। जैसा कि आप अपने पिछले कार्यकाल की सफलताओं को आगे बढ़ा रहे हैं, मैं भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए हमारे सहयोग को नवीनीकृत करने के लिए तत्पर हूं। आइए हम सब मिलकर अपने लोगों की बेहतरी के लिए और वैश्विक शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए काम करें।”