उल्लास लाएगा असाक्षरों के जीवन में उल्लास…
उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत 17 मार्च को प्रातः 10 बजे से शाम 5 बजे तक नव शिक्षार्थियों के आकलन हेतु देशव्यापी बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान मूल्यांकन परीक्षा का आयोजन कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण प्रभात मलिक के मार्गदर्शन एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एवं उपाध्यक्ष जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण एस. आलोक के समन्वय से किया जा रहा है।
9,000 शिक्षार्थी शामिल होने का रखा लक्ष्य
इस शिक्षार्थी आकलन परीक्षा में 15 वर्ष से अधिक आयु समूह के लोगों को शामिल किए जाएंगें। जिले में शिक्षार्थियों के आकलन हेतु 372 परीक्षा केन्द्रों में से 44 केन्द्र नगरीय निकाय के तथा 328 केन्द्र ग्राम पंचायत क्षेत्र के लिए बनाया गया है। उक्त केन्द्र के लिए 372 केन्द्राध्यक्ष सह पर्यवेक्षक की नियुक्ति की गई है। उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत जिले से 9,000 शिक्षार्थियों को बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान मूल्यांकन परीक्षा में शामिल होने का लक्ष्य रखा गया हैं। इसके लिए शिक्षार्थी अपनी सुविधा अनुसार निर्धारित समय के भीतर आकलन परीक्षा में सम्मिलित हो सकेंगे।
शिक्षार्थी को प्रश्न.पत्र हल करने के लिए तीन घण्टे का समय निर्धारित है। प्रश्न पत्र के तीन भाग पढ़ना, लिखना और गणित है। प्रत्येक भाग 50 अंकों का होगा और सभी प्रश्नों का उत्तर देना होगा। मूल्यांकन परीक्षा आयोजन के संबंध में कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण महासमुन्द के द्वारा सभी विकास खण्ड शिक्षा अधिकारियों एवं विकास खण्ड परियोजना अधिकारी विकास खण्ड साक्षरता मिशन समिति को शिक्षार्थी आंकलन में गुणवत्ता बनाए रखने आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किया गया है। परीक्षा हेतु जिले के समस्त संकुल समन्वयक प्रधान पाठक शिक्षक एवं स्वयंसेवी शिक्षक इस जन अभियान को सफल बनाने में जुट गये है।
मॉनिटरिंग दल का हुआ गठन
“उल्लास” नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत 17 मार्च को आयोजित बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान मूल्यांकन परीक्षा हेतु जिला स्तर पर गठित मॉनिटरिंग दल में जिला शिक्षा अधिकारी, प्राचार्य डाईट, जिला मिशन समन्वयक, जिला परियोजना अधिकारी, जिला नोडल अधिकारी होंगे तथा विकासखण्ड स्तर पर मॉनिटरिंग दल में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, विकासखण्ड नोडल अधिकारी, बीआरसीसी महासमुंद, बागबाहरा, पिथौरा, बसना एवं सरायपाली को मॉनिटरिंग कार्य का दायित्व दिया गया है।