श्रीलंका की नई प्रधानमंत्री बनी हरिनी अमरसूर्या, जो है देश की पीएम पद की शपथ लेने वाली तीसरी महिला…
नई दिल्ली। भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका में बीते दिनों राष्ट्रपति चुनाव संपन्न होने के बाद अनुरा कुमारा दिसानायके को देश का नया राष्ट्रपति चुना गया। जिसके बाद अनुरा कुमारा का शपथ ग्रहण करवाया गया । फिर इसके पश्चात श्रीलंका की नई प्रधानमंत्री के रूप में डॉ. हरिनी अमरसूर्या को भी मंगलवार को पीएम पद की शपथ राष्ट्रपति के द्वारा दिलाया गया। बता दे कि हरिनी अमरसूर्या, श्रीलंका की तीसरी महिला प्रधानमंत्री बन गई हैं। हरिनी अमरसूर्या से पहले सिरीमावो भंडारनायके और चंद्रिका कुमारतुंगा ये पद संभाल चुकी हैं। चंद्रिका कुमारतुंगा 1994 के राष्ट्रपति चुनाव लड़ने और राष्ट्रपति चुने जाने से पहले, 2 महीने और 24 दिन के लिए प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया था। अब पिछले 2 दशकों में हरिनी अमरसूर्या पहली महिला हैं, जिन्होंने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है।
कौन हैं श्रीलंका की नई प्रधानमंत्री हरिनी?
हरिनी अमरसूर्या का जन्म 6 मार्च 1970 को हुआ । जो दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कालेज से समाज विज्ञान में स्नातक करने के बाद में ऑस्ट्रेलिया से एप्लाइड एंथ्रोपोलाजी में स्नातकोत्तर की शिक्षा पाई और उसके बाद एडनबर्ग विश्वविद्यालय से सामाजिक मानविकी में पीएचडी हासिल की। वह श्रीलंका विश्वविद्यालय में व्याख्याता रही हैं। साथ ही एनपीपी सांसद और पीएम हरिनी अमरसूर्या श्रीलंका की 16वीं प्रधानमंत्री बनी है। अमरसूर्या ने लगभग 25 वर्षों में देश की पहली महिला प्रधानमंत्री भी हैं। वो 2020 में एनपीपी राष्ट्रीय सूची के माध्यम से संसद सदस्य (एमपी) बनीं थीं। संसद की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार श्रीलंका की नौवीं संसद (2020-2024) में वह 269 दिन उपस्थित रहीं और 120 दिन अनुपस्थित रहीं थीं। इतना ही नहीं वो श्रीलंका की पहली ऐसी प्रधानमंत्री बन गई हैं, जो पेशे से अध्यापिका हैं।
राष्ट्रपति दिसानायके ने दिलाई शपथ
हरिनी अमरसूर्या वर्ष 2000 में सिरीमावो भंडारनायके के बाद इस पद पर आसीन होने वाली दूसरी महिला नेता बन गई हैं। ‘नेशनल पीपुल्स पावर’ (एनपीपी) की 54 वर्षीय नेता अमरसूर्या को राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने शपथ दिलाई। दिसानायके ने स्वयं सहित चार सदस्यों का मंत्रिमंडल नियुक्त किया है। अमरसूर्या को न्याय, शिक्षा, श्रम, उद्योग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य तथा निवेश मंत्रालयों का कार्यभार सौंपा गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने का स्थान लिया है, जिन्होंने राष्ट्रपति चुनाव के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
दिसानायके बनें नौवें राष्ट्रपति
एनपीपी सांसदों – विजिता हेराथ और लक्ष्मण निपुर्णाच्ची ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। वे संसद भंग होने के बाद कार्यवाहक कैबिनेट मंत्री के रूप में काम करेंगे। अधिकारियों ने कहा कि संसदीय चुनाव नवंबर के अंत में हो सकते हैं। राष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद 56 वर्षीय दिसानायके ने रविवार को श्रीलंका के नौवें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी।